भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की वापसी का रास्ता साफ, नौ महीने से अंतरिक्ष में फंसी थीं

भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर की धरती पर वापसी का रास्ता अब साफ हो गया है। अमेरिका…

The way is cleared for the return of Indian-origin astronaut Sunita Williams

भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर की धरती पर वापसी का रास्ता अब साफ हो गया है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के बाद नासा की टीम अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर पहुंच गई है, जहां से उन्हें वापस लाने की तैयारी की जा रही है।

स्पेसएक्स यान के ISS पहुंचने से वापसी संभव

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अपने अंतरिक्ष यात्रियों को बदलने के लिए हाल ही में एक नया मिशन भेजा था। स्पेसएक्स का यान, जो एक दिन पहले ही रवाना हुआ था, अब अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंच चुका है। इस यान में चार नए अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं, जो अमेरिका, जापान और रूस का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इनका मुख्य कार्य अंतरिक्ष स्टेशन पर मौजूद विलियम्स और विल्मोर से वहां की मौजूदा स्थिति और अन्य जरूरी जानकारियां प्राप्त करना है।

अंतरिक्ष में नौ महीने फंसे रहे विलियम्स और विल्मोर

विलियम्स और विल्मोर मूल रूप से 5 जून 2024 को नासा और बोइंग के नए स्टारलाइनर कैप्सूल के जरिए केप कैनावेरल से रवाना हुए थे। इस मिशन की योजना केवल एक सप्ताह की थी, लेकिन यान में हीलियम रिसाव और वेग में कमी के कारण यह जोड़ी लगभग नौ महीने से अंतरिक्ष में फंसी रही। इस दौरान वे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर अस्थायी रूप से मौजूद रहे और वहां के विभिन्न अनुसंधानों में योगदान दिया।

मौसम अनुकूल रहा तो अगले हफ्ते होगी वापसी

माना जा रहा है कि अगर मौसम अनुकूल रहा, तो अगले सप्ताह विलियम्स और विल्मोर को फ्लोरिडा के तट के पास स्थित जलक्षेत्र में सुरक्षित उतारा जाएगा। नासा इस पूरी प्रक्रिया को सावधानीपूर्वक मॉनिटर कर रहा है ताकि किसी भी प्रकार की तकनीकी परेशानी न आए और दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा सके।

नए दल के सदस्य छह महीने तक रहेंगे ISS पर

जो चार नए अंतरिक्ष यात्री अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचे हैं, वे अगले छह महीने वहीं बिताएंगे। यह अवधि आमतौर पर अंतरिक्ष यात्रियों के मिशन के लिए निर्धारित रहती है। इस दल में नासा की ओर से ऐनी मैक्लेन और निकोल एयर्स शामिल हैं, जो सैन्य पायलट रह चुके हैं। इसके अलावा जापान के ताकुया ओनिशी और रूस के किरिल पेस्कोव भी इस मिशन में शामिल हैं। वे दोनों विमानन कंपनियों के पूर्व पायलट रह चुके हैं।

Leave a Reply