घर का इकलौता कमाने वाला शख्स गया था फेरी पर लेकिन घर लौटी लाश, संभल हिंसा दे गई न भूलने वाला जख्म

उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को हिंसा की आग जल उठी। शहर में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर उपद्रवियों ने बवाल मचाया जिसमें…

The sole breadwinner of the family had gone for a ferry but returned home with a dead body, Sambhal violence left an unforgettable wound

उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को हिंसा की आग जल उठी। शहर में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर उपद्रवियों ने बवाल मचाया जिसमें सात गाड़ियों को जला दिया गया। पुलिस की टीम में जब समझने की कोशिश की तो उन पर भी पथराव किया गया।

उपद्रवियों ने फायरिंग के साथ-साथ सड़क पर आगजनी भी की हिंसा की। इस दुर्घटना में तीन लोगों की मौत भी हुई जिसमें से एक युवक संभाल के हयात नगर का रहने वाला था युवक का नाम नोमन बताया जा रहा है। उसकी उम्र 42 साल थी। वह घर का एकमात्र कमाने वाला शख्स था। युवक की मौत से पत्नी और तीन बच्चों के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे।

पिता की लाश को देखकर सभी बेसुध हो गए हैं और उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है कि ऐसा कुछ हो गया है। नोमन बाजार में फेरी लगता था वह फेरी लगाकर महिलाओं के श्रृंगार के समान बेचता था। हर दिन की भांति वह रविवार को भी फेरी लगाने गया था इस दौरान हिंसा भड़क गई और गोली लगने से उसकी मौत हो गई। घरवालों का कहना है कि उन्हें यह बात पता नहीं थी कि नमन को भी गोली लगी है।

घरवालों का कहना है कि अचानक उन्हें फोन आया और बताया गया कि इलाके में हंगामा हो गया है और नमन जख्मी हो गया है। युवक के शव को घर लाया गया नमन के माता-पिता पहले ही मर चुके हैं उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है।

रविवार को शाही जामा मस्जिद का सर्वे करने टीम सुबह 7:00 बजे संभल गई थी। इसी बीच मस्जिद के बाहर लोग इकट्ठा हो गए। सर्वे के बाद टीम के बाहर निकलते ही भीड़ ने हंगामा करना शुरू कर दिया। इसके बाद पथराव और आगजनी जैसी मामले हुए। हिंसा में कई पुलिस कर्मी भी बुरी तरह जख्मी हो गए। वहीं पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार भी किया है।