उत्तर प्रदेश के फतेहपुर के विकास द्विवेदी के साथ हो रही स्नैक बाइट की घटना अब मिस्ट्री बन चुकी है। विकास को सात बार सांप डंसा । जिसके बाद चिकित्सा विभाग ने पूरे मामले की जांच की है। सीएमओ ने बयान जारी कर कहा कि विकास द्विवेदी स्नैक फोबिया का शिकार है।
अब उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के मलवा थाना क्षेत्र के सोरा गांव निवासी विकास द्विवेदी ने एक बार फिर दावा किया है कि उसको उसके सपने के अनुसार आठवीं बार भी सांप ने डंस लिया है। आठवीं बार उसे संकट मोचक बजरंगबली के दरबार यानी दौसा के मेहंदीपुर बालाजी में डसा। विकास सर्पदंश से बचने के लिए मेहंदीपुर बालाजी मंदिर चला गया था लेकिन उसके बाद भी सांप ने उसे डस लिया है।
दावा किया जा रहा है कि विकास द्विवेदी को तीन बार सांप डसने के बाद उसे एक सपना आया था। सपने में सांप ने कहा था कि वह आठ बार डसेगा तब तक उसकी जान बचती रहेगी और नौवीं बार डसते ही उसकी मौत हो जाएगी। ऐसे में आठवीं बार सांप के डसने के बाद अब विकास द्विवेदी और उसका परिवार चिंतित है। अब उन्हें डर सताने लगा है कि कहीं विकास को नवी बार सांप ने डस लिया तो क्या होगा। सपने में सांप ने भविष्यवाणी की थी कि नौवीं बार उसकी जान नहीं बचेगी।
विकास ने दावा किया, ‘मुझे सोमवार को बालाजी मंदिर में आरती के समय सांप ने काट लिया। मैंने अपनी मामी को सबसे पहले जानकारी दी कि सांप ने काट लिया है। बालाजी महाराज की कृपा से मुझे कुछ नहीं हुआ। किसी प्रकार का कोई दर्द नहीं हुआ।
वही विकास ने कहा, ‘सुबह 10 बजे के आसपास बुरे अपशगुन हुए। फिर 1 बजे के आसपास आंख फड़कने लगी। मैंने घरवालों को भी इस बारे में बताया था। मंदिर की ओर से सभी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। वीआईपी पास मुझे दिया गया है।
सीएमओ की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए विकास ने कहा, ‘सीएमओ की रिपोर्ट गलत है। जब मैं वहां पर नहीं हूं तो सीएमओ की टीम ने रिपोर्ट कैसे तैयार कर ली।
वही इस पर विकास के पिता सुरेंद्र ने कहा, ‘इस बार सांप के काटने पर कोई समस्या नहीं आई। पूरा शरीर अकड़ जाता था लेकिन इस बार कोई दिक्कत नहीं हुई। मुझे आप सुबह 5 बजे के करीब डरावना सपना आया था। सपने में आया कि सांप ने मेरे बेटे को डस लिया है. मेरे बेटे की मौत हो गई है.।
इधर, विकास की मिस्ट्री को लेकर संदेह पैदा होता है कि पहले सात बार सांप डसने के बावजूद भी उसने सरकारी अस्पताल में इलाज नहीं कराया। जब मेहंदीपुर बालाजी में आठवीं बार सांप काटने का दावा किया गया, तब भी ना किसी सरकारी अस्पताल में और ना ही किसी निजी चिकित्सालय में विकास द्विवेदी को दिखाया गया। विकास की स्नेक हिस्ट्री को लेकर अलग-अलग सवाल खड़े हो रहे हैं और संदेह गहराता जा रहा है।