अल्मोड़ा: पूर्व पर्वतीय विकास मंत्री स्वर्गीय‌ जीना के पैतृक गांव को जोड़ने वाली सड़क खस्ताहाल, ग्रामीण 18 को देंगे धरना

Almora: The road connecting the ancestral village of former hill development minister late Jina is dilapidated अल्मोड़ा, 09 जनवरी 2022- पूर्व पर्वतीय विकास मंत्री स्वर्गीय…

meet sunoli road

Almora: The road connecting the ancestral village of former hill development minister late Jina is dilapidated

अल्मोड़ा, 09 जनवरी 2022- पूर्व पर्वतीय विकास मंत्री स्वर्गीय सोबन सिंह जीना के पैतृक गांव सुनोली को जोड़ने वाली बसौली- सुनोली मोटरमार्ग की मरम्मत न होने से खिन्न ग्रामीणों ने अब आंदोलन का मन बना लिया है।
इसके लिए तीन ग्राम सभा के प्रतिनिधियों ने सुनोली में बैठक कर 18 जनवरी को सोबन सिंह जीना की मूर्ति के सम्मुख धरना प्रदर्शन का निर्णय लिया है।
कुन्दन सिंह भाकुनी की अध्यक्षता में संपन्न बैठक में वक्ताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत निर्मित बसौली से सुनोली-माफी मोटरमार्ग 6.13 किमी लम्बी है तथा तीन ग्रामसभाओं सुनोली, हड़ौली व भैंसोड़ी को जोड़ती है।
आज पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है, सड़क का डामर उखड़ चुका है, जगह-जगह गड्ढे हुए हैं, जो दुर्घटना को दावत दे रहे हैं। अब तक कई लोग गिरकर चोटिल भी हो चुके हैं।
वक्ताओं ने कहा कि इस संदर्भ में शासन / प्रशासन को कई बार अवगत कराया जा चुका है। अनेकों बार ग्रामीणों के शिष्टमंडल द्वारा संबधित विभागों में जाकर उन्हें इस समस्या से अवगत कराया गया। मुख्यमंत्री को भी इस बारे में अवगत कराया जा चुका है। लेकिन अब तक हमें कोरे आश्वासन ही मिले है, जबकि समस्या जस की तस बनी हुई है।

The road connecting the ancestral village of former hill development minister late Jina is dilapidated
The road connecting the ancestral village of former hill development minister late Jina is dilapidated

ग्रामीणों ने इस बात पर गहरा रोष जताया कि सुनोली सांसद द्वारा गोद लिया गांव होने के बावजूद गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है। तय किया गया कि 18 जनवरी को सोबन सिंह जीना की मूर्ति के सम्मुख तीनों ग्राम सभा के लोगों द्वारा धरना दिया जायेगा। समस्या का समाधान न होने पर आंदोलन तेज किया जायेगा।

इस अवसर पर लक्ष्मण सिंह, ईश्वर जोशी, दीप नारायण भाकुनी, किरन भाकुनी, संतोषी, ममता भाकुनी, शिवेन्द्र सिंह, सुशील कांडपाल, दयाकृष्ण डंगवाल, हेमन्त राम ठाकुर सिंह, बालम सिंह, बिशन बाराकोटी, सुनील बाराकोटी, शांति भाकुनी, ललित मोहन कांडपाल, लोकेश कांडपाल, मनीष भाकुनी आदि उपस्थित थे।