The Hans Foundation started My Plant My Friend campaign in schools
अल्मोड़ा- मेरा पेड़ मेरा दोस्त अभियान(campaign) के तहत
द हंस फाउंडेशन की ओर से जीआईसी गणानाथ में वनअग्नि शमन एवं रोकथाम परियोजना के अन्तर्गत पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जिसमें हंस फाउंडेशन कि ब्लॉक समन्वय अनीता कनवाल के द्वारा हंस फाउंडेशन द्वारा संचालित परियोजनाओ के बारे मे जानकारी देते हुए कहा कि अभियान(campaign) के तहत पौड़ी ,टिहरी, अल्मोड़ा और बागेश्वर के जनपदों में वनाग्नि शमन एवं रोकथाम परियोजना का संचालन किया जा रहा है ।
वनों को आग से बचाने के लिए ग्रामीणों को जागरूक करने हेतु वन विभाग के साथ मिलकर इस प्रकार की यह प्रथम परियोजना संचालित हो रही है। विद्यालयों मे हंस फाउंडेशन के द्वारा मेरा पेड़ मेरा दोस्त अभियान(campaign) चलाया जा रहा है जिसमें पौधे को अपना दोस्त बनाकर उसकी सुरक्षा भी हो सकेगी है।
पूर्व सरपंच संगठन के अध्यक्ष डूंगर सिंह ने कहा कि जितने जरुरी पर्यावरण संरक्षण के लिए वन महत्वपूर्ण है उतना हि जल संरक्षण के लिए वनो कि अहम भूमिका है हमें वनों को संरक्षित करना चाहिए
क्षेत्र पंचायत काण्डे के राजेंद्र टम्टा ने कहा कि वनों को आग से बचाने के लिए हम सब को आगे आना होगा तभी हमारे वन बचेंगे जिसे भविष्य मे हमको शुद्ध हवा,पानी मिल सके।
काण्डे के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि गोविन्द आर्या ने कहा कि पौधरोपण के साथ साथ पौधों कि सुरक्षा करना भी हमारी जिम्मेदारी है और उन्होंने कहा कि मेरा पेड़ मेरा दोस्त campaign के अन्तर्गत विद्यालय मे आज जो पौधे लगाए गए है अगले साल जिसका पौधा सबसे अच्छा होगा उसको 500 रूपये का पुरस्कार उनके द्वारा दिया जाएगा ।
वन विभाग के वन दरोगा शंकर सिह ने वनों से हम प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप में अनेक लाभ प्राप्त करते हैं, जैसे – प्रत्यक्ष लाभ स्वरूप हम वनों से इमारती काष्ठ, जलाऊ ईंधन, पशुओं के लिए चारा, गोंद, लाख, फल, जड़ी – बूटियाँ आदि प्राप्त करते हैं वनों की अग्नि कि वज़ह से सब नष्ट हो जाता है जिसमें समुदाय का सहयोग बहुत जरुरी है ।
काण्डे के वन सरपंच ने कहा कि हमको अधिक से अधिक वृक्षारोपण कर जल स्रोतों को संरक्षित करना होगा
जीआईसी गणानाथ के प्रधानाचार्य हरीश गोस्वामी ने पर्यावरण के महत्व को बताते हुए कहा कि मनुष्य के स्वस्थ जीवन में पर्यावरण की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। पर्यावरण एकमात्र घर है जो मनुष्यों के पास है, और यह हवा, भोजन और अन्य जरूरतें प्रदान करता है।
इस अवसर पर हंस फाउंडेशन के मोटीवेटर महेश पंत, सुशील काण्डपाल , अध्यापक अजय कुमार, धीरज , वन विभाग के कर्माचारी , राजेन्द्र भोज उपस्थित रहे।