प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 में नारी शक्ति और युवा चेतना की बढ़ती भागीदारी ने एक नया अध्याय लिखा है। इस आयोजन में महिलाओं की सक्रिय सहभागिता और उच्च शिक्षित युवतियों का संन्यास की ओर रुझान विशेष रूप से उल्लेखनीय है।
नारी शक्ति का अभूतपूर्व योगदान
महिला बटुकों द्वारा गंगा आरती: इस महाकुंभ में पहली बार संगम तट पर होने वाली भव्य गंगा आरती का संचालन महिला बटुकों द्वारा किया जा रहा है, जो नारी सशक्तिकरण की अनूठी मिसाल है।
संन्यास दीक्षा में वृद्धि: श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े में 200 से अधिक महिलाओं को नागा संन्यासिनी दीक्षा दी गई है, जिसमें उच्च शिक्षित महिलाएं भी शामिल हैं।
युवा पीढ़ी की बढ़ती रुचि
नारी कुंभ का आयोजन: महाकुंभ 2025 के दौरान ‘नारी कुंभ’ का आयोजन किया गया, जिसमें 2000 से अधिक महिलाओं ने भाग लिया और आध्यात्मिक सशक्तिकरण पर जोर दिया गया।
महाकुंभ 2025 में नारी शक्ति और युवा चेतना की इस बढ़ती भागीदारी ने सनातन धर्म के भविष्य को एक नई दिशा दी है, जो आध्यात्मिकता और सामाजिक सशक्तिकरण का प्रतीक है।