जालली भटकोट में होल्यारो ने चीर बंधन कर किया होलियों का गायन
रानीखेत:: पर्यटक नगरी रानीखेत सहित आस पास क्षेत्र में चीर बंधन के साथ रंगभरी खडी होली की धूम शुरु हो गई है।
इस मौके पर होल्यारो द्वारा “कैले बॉधी चीर सहित अनेक होलीयो के गायन के साथ एक दुसरे को अबीर गुलाल लगाकर बधाईया दीं।”
वही महिला व पुरुष होली की बैठको का दौर भी घरो में शुरू हो गया।
नगर के पंचेश्वर महादेव मंदिर में मंदिर समिति के तत्वाधान मे रविवार को होली की चीर बांधी गयी। जिसे मंदिर पुजारी हेम चन्द्र पंत द्वारा पुजा अर्चना कर समपन्न कराया गया। इस मौके पर होल्यारो द्वारा गणपति देव सहित अनेक होलियों का गायन किया तथा एक दुसरे को अबीर गुलाल लगा कर बधाईया दी।
इस अवसर पर प्रबंधक रमेश अधिकारी, केडी वर्मा सहित अनेक लोग मौजूद रहे। वही जालली के भटकोट ग्राम के देवाथान मंदिर में चीर बंधन पं. गिरीश चन्द्र पांडे ने समपन्न कराया तथा कार्यक्रम के यजमान राजेंद्र प्रसाद पांडे थे। इस मौके पर होल्यारों द्वारा कैले बॉधी चीर व सिद्वी को दाता विध्न विनाशक सहित अनेक होलीयो का गायन किया। तत्पश्चात होलियार की टीम द्वारा ग्राम के पीपलखोला में घर घर जाकर होली गायन किया, जहां ग्रामवासियों द्वारा उनका स्वागत किया गया। वरिष्ठ होल्यार शास्त्री प्रकाश चन्द्र पाण्डे ने बताया कि पर्व के चलते 14 मार्च को होलीका दहन, 15 मार्च को छलडी व अगले दिन टीका कार्यक्रम आयोजित होगा।
इस मौके पर वरिष्ठ होलियार शास्त्री प्रकाश चन्द्र पाण्डे, जगदीश चन्द्र पांडे, सुरेश पांडे, पंकज पांडे, प्रमोद पांडे सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
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भटकोट ग्राम के वरिष्ठ होल्यार शास्त्री प्रकाश चन्द्र पाण्डे ने बताया कि सोमवार को होली जीवनगैर, कुरेगैर, खडकधार, मंगलवार को गैरखेला, डाना, बुधवार को शिवालय, सीमल्टा व वृहस्पतिवार को जालली बाजार जाएगी। वहीं शुक्रवार को होलीका दहन कार्यक्रम देवाथान मंदिर प्रांगण मे होगा। 15 मार्च को छलरी व अगले दिन टीका पर्व मनाया जाएगा।