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बाबा केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) के कपाट खुले, इतिहास में पहली बार मंदिर परिसर रहा खाली

Newsdesk Uttranews
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रिपोर्ट-उत्तरा न्यूज

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रूद्रप्रयाग, 29 अप्रैल 2020
हिमालय पर्वत की गोद में विराजमान ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग केदारनाथ भगवान (Kedarnath Dham) के कपाट धार्मिक विधिविधान के साथ खुल गए है. मेष लग्न, पुनर्वसु नक्षत्र में बुधवार यानि आज सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर कपाट खोल गए. तड़के 3 बजे से ही कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गयी थी.

पुजारी शिवशंकर लिंग एवं वेदपाठी मंदिर के दक्षिण द्वार पूजन के बाद मुख्य मंदिर परिसर में प्रविष्ठ हुए. मुख्य द्वार पर कपाट खोलने की प्रक्रिया पूरी हुई. भैरवनाथ का आह्वान किया गया. सुबह ठीक 6 बजकर 10 मिनट पर भगवान केदारनाथ (Kedarnath Dham) के कपाट खोल दिये गये.

केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) के रावल भीमाशंकर लिंग (Bhimashankar Ling) उखीमठ में 14 दिनों के लिए क्वारंटीन में हैं उनके प्रतिनिधि के तौर पर पुजारी शिवशंकर लिंग ने कपाट खुलने की संपूर्ण प्रक्रियाओं का निर्वहन किया.

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इतिहास में पहली बार बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने के दौरान मंदिर परिसर पूरी तरह खाली रहा. कपाट खुलने के अवसर पर उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड के अधिकारी बीडी सिंह, तहसीलदार जयबीर राम बधाणी एवं पुलिस चौकी प्रभारी मंजुल रावत समेत 16 लोग मुख्य द्वार पर मौजूद थे. पुजारी शिवशंकर लिंग ने रूद्राभिषेक एवं जलाभिषेक पूजा संपन्न की भगवान केदारनाथ का जलाभिषेक किया गया.

कोरोना वायरस (Corona virus)के प्रकोप के चलते कपाट खुलने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का खासा ध्यान रखा गया. सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM NARENDRA MODI) की ओर से रूद्राभिषेक पूजा संपन्न की गई.

हिमालय की गोद में स्थित बाबा केदारनाथ (Kedarnath Dham) का परिसर व उसके आस पास की पहाड़िया वर्तमान में 4 से 6 फीट बर्फ से लकदक है. कपाट खुलने से पहले मंदिर व मुख्य मार्गों में जमी बर्फ को हटाकर मार्ग बनाया गया. केदारनाथ मंदिर (Kedarnath Dham) को 10 क्विंटल गैंदा, गुलाब एवं अन्य फूलों से सजाया गया है.

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (CM Trivendra Singh Rawat) व पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज (Satpal Maharaj0 ने केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) के कपाट खुलने पर शुभकामनाएं दी है. सीएम ने कहा कि बाबा केदार के आशीर्वाद से जल्द देश एवं विश्व से कोरोना (Corona) का संकट समाप्त हो जायेगा तथा चार धाम यात्रा (Char Dham Yatra) को गति मिलेगी.

गौरतलब है कि कोरोना से बचाव के मद्देनजर इस बार चारधाम यात्रा की अनुमति नहीं है अभी केवल कपाट खोले जा रहे है. ताकि धामों में पूजा अर्चना शुरू सके.

उत्तराखंड के कुल 4 में से तीन धामों के कपाट खुल गये है. गंगोत्री-यमुनोत्री धाम (Gangotri-Yamunotri Dham) के कपाट अक्षय तृतीया के अवसर पर 26 अप्रैल को खुल चुके है जबकि बदरीनाथ धाम (Badrinath dham) के कपाट 15 मई को खुलेंगे.