बिजनेस डेस्क उत्तरा न्यूज
जानकारों के मुताबिक इसे लागू करना बेहद मुश्किल है। क्योकि कई बार लोगों के बाद विरासत में सोना मिला होता है और उसका बिल शायद ही किसी के पास हो। इसके अलावा शादी विवाह आदि शुभ अवसरों पर परिचितो, रिश्तेदारों द्वारा दिये गये सोने के आभूषण का बिल भी जुटाना एक बड़ी कसरत का काम होगा। इसके अलावा डर यह भी है कि इस स्कीम के लागू होने के बाद इसे चैक करने वाली अथारिटी के अधिकारियों की मनमानी बढ़ सकती है।