सोशल मीडिया में किरकिरी होने के बाद बदरी केदार मंदिर समिति ने पेटीएम के क्यूआर कोड से झाड़ा पल्ला, एफआईआर कराई दर्ज

देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है और अनेक श्रद्धालु यात्रा के अनुभव साझा भी करने लगे हैं। इसी बीच बदरी-केदारनाथ धाम से…

The Badri Kedar temple committee has removed Paytm's QR code after it went viral on social media.

देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है और अनेक श्रद्धालु यात्रा के अनुभव साझा भी करने लगे हैं। इसी बीच बदरी-केदारनाथ धाम से बड़ी खबर सामने आ रही है जिसके अनुसार धामों में बिना प्रबंधन समिति (बीकेटीसी) की मंजूरी के दान-दक्षिणा के लिए डिजिटल भुगतान से जुड़ी कंपनी पेटीएम का क्यूआर कोड लगा दिया गया। दोनों धामों में कपाट खुलने के दिन से ही ये बोर्ड लगाए गए थे।सोशल मीडिया में किरकिरी होने के बाद यह बोर्ड उतार दिए गए हैं।


मामले के तूल पकड़ने के बाद रुद्रप्रयाग के डीएम मयूर दीक्षित ने केदारनाथ मंदिर के द्वार पर क्यूआर कोड लगाने की जांच के आदेश दे दिए हैं। अब सवाल यह भी उठ रहा है कि,क्यूआर कोड से किसका खाता लिंक किया गया है और श्रद्धालुओं के डिजिटल दान का पैसा किसके खाते में जमा हुआ है। वहीं मंदिर समिति ने केदारनाथ चौकी में तहरीर देने के साथ ही दोनों धामों में क्यूआर कोड हटवा कर पूरे मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया है।