जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में रविवार शाम तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर आतंकी हमला हो गया। बस में एक के बाद एक हुई गोलीबारी में नौ लोगों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हो गए।
खुफिया एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक यह हमला कुछ साल पहले अमरनाथ यात्रा पर किए गए हमले की तर्ज पर किया गया है जो कि पिछले एक दशक में जम्मू का सबसे बड़ा आतंकवादी हमला था।अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक लश्कर के सहायक संगठन ने इस बड़े आतंकी हमले को अंजाम दिया है। हमलावरों की संख्या 3 से 4 होने की आशंका है, जिसके बारे में शक जताया जा रहा है कि वह कुछ दिनों पहले पाकिस्तान से भारत में दाखिल हुए हैं।
आतंकियों का पहला मकसद था श्रद्धालुओं पर अंधाधुंध फायरिंग करना, जिसके बाद बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। ऐसा ही कुछ इस बार भी। रियासी में कुछ दिनों पहले हुए बस एक्सीडेंट को ध्यान में रखते हुए आतंकियों ने इस हमले के लिए प्लान बनाकर श्रद्धालुओं से भरी बस को अपना निशाना बनाया। शिव खोड़ी मंदिर से कटरा जा रही 53 सीटों वाली बस गोलीबारी के बाद गहरी खाई में गिर गई।
यह घटना पोनी क्षेत्र के तेरयाथ गांव के पास शाम करीब छह बजकर 15 मिनट पर हुई।रियासी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहिता शर्मा ने संवाददाताओं को बताया, “नौ तीर्थयात्री की मौत हो गई और 33 अन्य घायल हो गए।” यह हमला क्षेत्र में हिंसा में चिंताजनक वृद्धि को दर्शाता है. राजौरी और पुंछ जैसे पड़ोसी क्षेत्रों की तुलना में रियासी जिला आतंकवादी गतिविधियों से अपेक्षाकृत अछूता रहा है.