योग की बारीकियों के साथ ही योग पद्घति से उपचार विधा में पारंगत हो रहे साधक, एसएसजे परिसर में जारी है राष्ट्रीय कार्यशाला

अल्मोड़ा :-योग शिक्षा विभाग द्वारा विभिन्न वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों के चिकित्सकीय अनुप्रयोग विषयक राष्ट्रीय कार्यशाला में 300 प्रतिभागी पूर्ण मनोयोग से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे…

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अल्मोड़ा :-योग शिक्षा विभाग द्वारा विभिन्न वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों के चिकित्सकीय अनुप्रयोग विषयक राष्ट्रीय कार्यशाला में 300 प्रतिभागी पूर्ण मनोयोग से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है।योग विभाग समाज व राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए स्वास्थ्य रक्षक तैयार करने में बड़ी शिद्दत से लगा हुआ है।आयोजक मंडल उत्साह से दस दिवसीय कार्यशाला की सफलता को पूरे जोर शोर से लगा हुआ है।कार्यशाला में प्रतिभागियों को अनेक प्रकार की चिकित्सा पद्धतियों की तकनीकियों को बारीकी के साथ समझाया जा रहा है।राष्ट्रीय कार्यशाला में काशीपुर,नैनीताल,खटीमा ,हल्द्वानी ,बागेश्वर,पिथौरागढ़ ,हरिद्वार सहित अन्य राज्यों के 300 प्रतिभागी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है।ज्ञात हो कि योग विभाग द्वारा समय -समय पर राष्ट्रीय महत्व के विषयों को लेकर समाज मे जागरण करने का प्रयास किया जाता रहा है।योग विभाग द्वारा पर्यावरण संरक्षण,स्वास्थ्य संरक्षण, रक्तदान कार्यक्रम,बृक्षारोपण कार्यक्रम,सेमिनार,कार्यशाला,समाज हेतु निशुल्क योग शिविरों,निशुल्क चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जाता रहा है।योग विभाग अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में एक माह तक निरंतर सैकडों निशुल्क योग शिविरों के माध्यम से गांव-गांव में जागरूकता लाकर समाज को मुख्य धारा में जोड़ने का कार्य कर रहा है।योग विभाग सामाजिक व राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहा है।योग विभाग के कार्यों को देख कर निश्चित रूप से लगता है योग विभाग अपने उद्देश्य को प्राप्त कर रहा है।योग शिक्षा विभाग के अध्यक्ष व राष्ट्रीय कार्यशाला के आयोजक डॉ नवीन भट्ट , उनके सहयोगी व छात्र-छात्राएं पूरे मनोयोग के साथ अपने कार्यशाला की सफलता के माध्यम से स्वास्थ्य रक्षकों को अनेक प्रकार की वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों में दक्ष कर उनको सामाजिक व राष्ट्रीय दायित्वों का बोध कराने में लगे है।राष्ट्रीय कार्यशाला में मर्म चिकित्सा,एक्यूप्रेशर,चिकित्सा,प्राण चिकित्सा,नाद योग चिकित्सा,कायोत्सर्ग चिकित्सा,स्वर योग द्वारा चिकित्सा,ध्यान चिकित्सा,मनश्चिकित्सा आदि अनेको विधाओं में पारंगत करने का प्रयास किया जा रहा है।योग विभाग के अध्यक्ष डॉ नवीन भट्ट से बात करने पर उन्होंने बताया कि वह योग विभाग को सामाजिक व राष्ट्रीय जागरण का केंद्र विंदु बनाना चाहते है ,जो राष्ट्र निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके।14अप्रैल से चली दस दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का समापन 23 अप्रैल को होगा

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