प्रयागराज महाकुंभ से लौटते समय टनकपुर पिता-पुत्र की सड़क दुर्घटना में मौत, परिवार के अन्य सदस्य घायल

टनकपुर: उत्तराखंड के टनकपुर से संबंधित एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां एक पिता और उनके पुत्र की प्रयागराज महाकुंभ से लौटते समय सड़क…

Tanakpur father and son died in a road accident while returning from Prayagraj Maha Kumbh

टनकपुर: उत्तराखंड के टनकपुर से संबंधित एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां एक पिता और उनके पुत्र की प्रयागराज महाकुंभ से लौटते समय सड़क दुर्घटना में जान चली गई। यह हादसा उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी-सीतापुर मार्ग पर हुआ, जब घने कोहरे के कारण उनकी कार बिजली के खंभे से टकराकर खाई में गिर गई। इस हादसे में परिवार के अन्य सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल में इलाज दिया जा रहा है। इस घटना ने पूरे परिवार को शोक में डुबो दिया है और उनके गांव में मातम का माहौल है।

क्या हुआ था?

टनकपुर के बोरागोठ निवासी व्यापारी गोविंद आर्या (52) और उनके 22 वर्षीय पुत्र करन आर्या अपनी पत्नी जानकी, पुत्री सुमन, दामाद राहुल यादव और अन्य परिजनों के साथ प्रयागराज महाकुंभ में अमृत स्नान के लिए गए थे। वे सभी स्नान करने के बाद सुबह करीब चार बजे घर वापस लौट रहे थे। कार की ड्राइविंग शरद नामक व्यक्ति कर रहा था। इस दौरान घना कोहरा होने के कारण दृश्यता बेहद कम हो गई थी, और कार लखीमपुर खीरी और सीतापुर के बीच ग्राम गुलरीपुर के पास स्थित एक ढाबे के पास लगे बिजली के खंभे से टकरा गई। कार की गति अधिक होने के कारण वह खाई में गिर गई, जिससे उसमें सवार सभी लोग बुरी तरह घायल हो गए।

हादसे के बाद की स्थिति

हादसे के बाद कार में चीख-पुकार मच गई, लेकिन अंधेरे और घने कोहरे के कारण आसपास से कोई मदद के लिए नहीं पहुंच पाया। घटना के कुछ समय बाद, घायलों द्वारा 112 पर कॉल करने पर यूपी पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और सभी को कार से बाहर निकाला। इसके बाद सभी घायलों को एंबुलेंस के माध्यम से जिला अस्पताल पहुंचाया गया। वहां डॉक्टरों ने गोविंद आर्या और उनके पुत्र करन आर्या को मृत घोषित कर दिया, जबकि अन्य घायल व्यक्तियों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। घायलों में गोविंद की पत्नी जानकी, पुत्री सुमन, लक्ष्मी, और कार चालक शरद शामिल हैं।

घटना के बाद के घटनाक्रम

बताया जा रहा है कि अस्पताल में इलाज के दौरान कार चालक शरद ने बिना किसी सूचना के अस्पताल छोड़ दिया और भाग गया, जिसकी वजह से उसकी हालत के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई। इस दुर्घटना के बाद, गोविंद और करन के शवों का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिए गए, जिन्होंने उनका अंतिम संस्कार किया। घटना के बाद टनकपुर और आसपास के गांवों में शोक की लहर है, और परिवार में भारी दुख का माहौल है।

परिवार पर पड़ा गहरा असर

यह दुखद घटना पूरे परिवार के लिए एक भयंकर आघात साबित हुई है। परिवार के सदस्यों की मौत ने न सिर्फ उनके परिजनों को, बल्कि पूरे गांव को गहरे शोक में डुबो दिया है। खासकर पिता और पुत्र की मौत ने परिवार में अपूरणीय क्षति उत्पन्न की है, और गांव में हर किसी की आंखों में आंसू हैं। प्रशासन और स्थानीय प्रशासन ने परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं और घायल व्यक्तियों को शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।

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