26/11 मुंबई आतंकी हमलों के साजिशकर्ता तहव्वुर हुसैन राणा से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की पूछताछ का सिलसिला जारी है। अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद भारत लाए गए राणा को दिल्ली स्थित NIA मुख्यालय की हाई-सिक्योरिटी सेल में रखा गया है, जहां 24 घंटे उसकी कड़ी निगरानी की जा रही है। जांच एजेंसी आज भी उससे पूछताछ करेगी।
इस बीच, एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि तहव्वुर राणा ने जांच एजेंसी के समक्ष तीन अहम मांगें रखी हैं। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, राणा की इन मांगों को औपचारिक रूप से स्वीकार कर लिया गया है, हालांकि उन्हें किसी विशेष रियायत के तौर पर नहीं माना गया है।
राणा ने सबसे पहले कुरान की मांग की थी, जिसे NIA अधिकारियों ने तुरंत पूरा किया। अधिकारियों के अनुसार, वह दिन में पांच बार नमाज अदा करता है और खुद को एक धार्मिक व्यक्ति के रूप में दर्शा रहा है। दूसरी मांग के रूप में उसने पेन और कागज की व्यवस्था चाही, जिसे उसे उपलब्ध करा दिया गया है। हालांकि, इस बात की सतर्क निगरानी की जा रही है कि वह इनका दुरुपयोग न कर सके।
इसके अतिरिक्त, दिल्ली की अदालत के निर्देश पर उसे दिल्ली लीगल सर्विसेज अथॉरिटी द्वारा नियुक्त वकील से हर दूसरे दिन मिलने की इजाजत दी गई है।
नियमों के मुताबिक व्यवहार, नहीं मिल रहा कोई विशेष दर्जा
जांच एजेंसी के अधिकारियों ने यह स्पष्ट किया है कि राणा को किसी प्रकार की वीआईपी सुविधा नहीं दी जा रही है। उसके साथ सामान्य गिरफ्तार आरोपी की तरह ही व्यवहार किया जा रहा है। सभी कानूनी प्रक्रिया और स्वास्थ्य जांच निर्धारित नियमों के अनुसार की जा रही है। उसकी हर 48 घंटे में मेडिकल जांच कराई जा रही है ताकि उसके स्वास्थ्य की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा सके।