तीन जजों की बेंच ने कहा कि सुबह 10.30 बजे फैसला सुनाया जाएगा| सुप्रीम कोर्ट ने रविवार को कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना की याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार से राज्यपाल की चिट्ठी और समर्थन वाली चिट्ठी मांगी थी, इसके बाद केंद्र सरकार की ओर से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट के सामने दोनों खत पेश कर दिए|
सुप्रीम कोर्ट में अजित पवार के समर्थन वाला पत्र पेश किया गया 54 विधायकों के समर्थन पत्र में कहा गया कि हम महाराष्ट्र में ज्यादा समय तक राष्ट्रपति शासन नहीं चाहते साथ ही स्थायी सरकार चाहने व फड़णवीस को सरकार बनाने के लिए समर्थन देने की भी बात कही गई है|
इसके बाद शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने राज्यपाल के निर्णय के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का रुख किया और तत्काल सुनवाई करने की मांग की|
सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री ने मामले की सुनवाई के लिए रविवार का दिन मुकर्रर किया| यहां यह भी बताते चलें कि शुक्रवार को यानि एक दिन पहले एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना ने मिलकर सरकार बनाने का ऐलान किया था|