आंध्र प्रदेश के नांदयाल जिले में बीती 7 जुलाई को आठ साल की बच्ची से रेप और मर्डर करने वाले तीनों स्कूली लड़कों ने फोन पर अश्लील वीडियो देखा था और नाबालिग बच्ची पर हमले को दोहराने की कोशिश की थी।
बताया जा रहा है कि आरोपियों ने इस वारदात को एक मंदिर में अंजाम दिया था। एसपी अधिराज सिंह राणा का कहना है कि आरोपी के पिता और चाचा इस बात से डर गए थे कि बच्चों के खिलाफ केस चलेगा इसलिए उन्होंने बच्ची के शव को बाइक से ले जाकर एक पत्थर से बांध दिया और कृष्णा नदी में फेंक दिया था।
इस मामले में दो आरोपी 12 साल के हैं जो की छठी कक्षा में पढ़ते हैं जबकि तीसरा लड़का 13 साल का है जो सातवीं कक्षा में पड़ता है। तीसरी कक्षा की नाबालिक बच्ची के साथ रेप और मर्डर के आरोपियों को 10 जुलाई को हिरासत में ले लिया गया था।
उन्होंने यह भी बताया कि आरोपियों ने पीड़िता को पहले बहलाया फुसलाया और फिर रेप करने के बाद उसका गला घोट दिया। आरोपियों ने सब को नहर में रख दिया और अपने रिश्तेदारों को इसके बारे में बताया। एसपी का कहना है कि इस मामले के संबंध में आरोपी के पिता और चाचा को भी गिरफ्तार किया गया है।
राणा ने कहा, “आरोपियों को मंगलवार को अदालत में पेश किया गया। हमने ड्रोन और पानी के नीचे के कैमरों जैसे सभी संसाधनों का इस्तेमाल किया और सर्च ऑपरेशन में मदद के लिए एनडीआरएफ कर्मियों को बुलाया। तलाश अभी भी जारी है और शव मिलने तक जारी रहेगी।
आंध्र प्रदेश की गृह मंत्री वी अनिता ने कहा है कि मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने नाबालिग लड़की के परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद करने का ऐलान किया है।