Almora- विवेकानंद शोध एवं अध्ययन केंद्र के विद्यार्थियों ने उत्तीर्ण की नेट की परीक्षा

अल्मोड़ा। आर्थिक रूप से अक्षम युवाओं के लिए निःशुल्क नेट/जेआरएफ की कक्षाओं का संचालन कर रहे सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोडा के स्वामी विवेकानंद शोध…

Students of Vivekananda Research and Study Center passed the NET exam

अल्मोड़ा। आर्थिक रूप से अक्षम युवाओं के लिए निःशुल्क नेट/जेआरएफ की कक्षाओं का संचालन कर रहे सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोडा के स्वामी विवेकानंद शोध एवं अध्ययन केंद्र से अध्ययन किये हुए विद्यार्थियों ने यूजीसी नेट की परीक्षा उत्तीर्ण की है।


विवेकानन्द शोध अध्ययन केंद्र के निदेशक एवं योग विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ नवीन चन्द्र भट्ट ने बताया किसोबन सिंह जीना परिसर,अल्मोड़ा के छात्र सीताराम, राहुल यादव एवं पूजा बोरा ने नेट एवं जेआरएफ की परीक्षा एवं छात्र चंदन बिष्ट ,रजत शर्मा ,सूरज रावत,दिया रावत ,किरन सनवाल ,सलोनी रमण ,दीपा रावत, हिमांशु पुनेठा, तनुजा जोशी ,चन्द्रकला कोठारी,दीपिका अधिकारी ने योग में नेट की परीक्षा उत्तीर्ण की है।


बता

विगत वर्ष ही सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एन. एस. भण्डारी द्वारा स्वामी विवेकानंद शोध एवं अध्ययन केंद्र की स्थापना की गई थी। तब से इस अध्ययन केंद्र ने कार्य करना आरंभ किया था। इस केंद्र ने आर्थिक रूप से अक्षम युवाओं को निःशुल्क नेट,जेआरएफ तैयारियों के लिए कक्षाओं का संचालन किया था।


डॉ नवीन चन्द्र भट्ट ने सभी विद्यार्थियों को सफल होने पर शुभकामना दी और कहा कि नेट परीक्षा उत्तीर्ण
करने वाले एवं जेआरएफ क्वालीफाई करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने नेट जेआरएफ सैल/योग समन्वयक विश्वजीत वर्मा एवं सैल के सदस्यों में दीपक कुमार, विद्या नेगी, रजनीश जोशी, कु. मोनिका, रमेश कुमार , मोनिका भैसोड़ा एवं अशोक उप्रेती, गिरीश अधिकारी के कार्यों की सराहना की।


विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो नरेंद्र सिंह भंडारी ने भी हर्ष जताते हुए कहा कि विवेकानंद शोध एवं अध्ययन केंद्र से निशुल्क नेट,जेआरएफ की शिक्षा पा चुके योग के इन सभी विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय के गौरव को बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि विवेकानन्द शोध एवं अध्ययन केंद्र की स्थापना शोध को बढ़ावा दिए जाने, युवाओं के भविष्य निर्माण के लिए, युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु तैयार करने के लिए, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय सेमिनारों/ गोष्ठियों के आयोजन करने आदि को लेकर की गई है।