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छात्र संघ चुनाव में प्रिंटिग पोस्टर बैनर को लेकर सरकार का रुख कड़ा,अब प्रिंटेड मैटेरियल उपलब्ध कराने वाली मशीन स्वामियों के खिलाफ होगी कार्रवाई उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत का बड़ा बयान

उत्तरा न्यूज डेस्क
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टनकपुर सहयोगी| छात्र संघ चुनावों में लिंगदोह आयोग की सिफारिशों का पूर्ण पालन करने की बात उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने यह बात कही है उन्होंने कहा कि छात्र केवल परिसर में ही प्रचार करेंगे और हाथ से लिखी प्रचार सामाग्री का ही प्रयोग करेंगे, यही नहीं प्रिंटेड चुनाव सामग्री छापने वाले प्रिंटिंग मशीन संचालकों पर भी कार्रवाई की जाएगी|
मंत्री ने कहा कि अब महाविद्यालयों में 75 प्रतिशत उपस्थिति होने पर ही विद्यार्थी परीक्षा में सम्मिलित हो पायेंगे। बनबसा महाविद्यालय भवन का लोकार्पण करने के बाद लोकार्पण समारोह में बोलते हुए राज्य के उच्च शिक्षा, सहकारिता राज्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य के सभी महाविद्यालयों में अब एक अक्टूबर से 31 मई तक 75 प्रतिशत उपस्थिति न होने पर विद्यार्थियों को परीक्षा में सम्मिलित नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सभी महाविद्यालयों में 10 सितम्बर से पूर्व एक साथ चुनाव कराये जायेंगे। कहा कि प्रिंटिंग प्रेस स्वामियों को हिदायत ही गई है महाविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के पोस्टर, पम्पलेट प्रिंटिंग न करें, अन्यथा प्रिंटिंग मशीन सीज की जायेगी। महाविद्यालय परिसर सहित अन्य स्थानों में पोस्टर नहीं लगाये जायेंगे। हाथ के बनाये पोस्टर व क्लास में लेक्चर दिया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने पुस्तक दान अभियान प्रारम्भ किया है जिसमें अभी तक एक लाख पुस्तकें जमा हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक 70 प्रतिशत महाविद्यालयों को शतप्रतिशत पुस्तकें उपलब्ध करा दी गई हैं तथा शेष कालेजों को पुस्तकें भेजी जा रहीं हैं। उन्होंने अभिभावकों, प्राचार्य तथा गुरूजनों से कहा कि सुनिश्चित करें कि अधिक से अधिक बच्चे पुस्तकालय का लाभ लें। उन्होंने कहा कि राज्य में तीन लाख बच्चे विद्यालयों में अध्ययनरत हैं लेकिन महाविद्यालयों में उपस्थिति नगण्य हैं जिसके लिए 27 सौ घरों को पत्र लिखा गया है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालयों में उपस्थिति सुनिश्चित करने हेतु अभिभावकों को प्रत्येक माह की उपस्थिति एक अक्टूबर से भेजने की कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि 15 सितम्बर से प्रत्येक महाविद्यालय में अभिभावकों के साथ इस सम्बन्ध में व्यापक चर्चा की जायेगी। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय के टापर बच्चे भी छात्रसंघ में सम्मिलित किये जायेंगे और छात्रा उपाध्यक्ष को रोटेशन पर अन्य पदों से भी नवाजा जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक महाविद्यालय से कुछ छात्रों के उच्च संस्थों, पदों में सलेक्ट न होने पर प्राचार्य की जिम्मेदारी तय की जायेगी। उन्होंने कहा कि सुपर-50 में बच्चों को इंजनियरिंग, आईआईटी, मेडीकल आदि में प्रवेश देकर एक करोड़ से अधिक का व्यय सरकार द्वारा किया जा रहा है।
उन्होंने होम साइंस और इतिहास विषयों की स्वीकृति के साथ कहा कि अगले वर्ष से विषय संचालित होंगे। बाउण्ड्रीवॉल, समतलीकरण हेतु डीपीआर प्रस्तुत करने के निर्देश भी समारोह के दौरान दिये। ग्रीन कैम्पस-स्वस्थ कैम्पस हेतु प्रवेश के समय एक पौध का रोपण किया जायेगा, जिससे 2022 तक सभी कैम्टस हरेभरे हो जायेंगे उन्होंने कहा कि महाविद्यालयों में 30 प्रतिशत सीट बढ़ाई गई हैं, प्रवेश हेतु 10 प्रतिशत स्वर्ण, 10 प्रतिशत शासन तथा 10 निदेशक के आदेश पर प्राचार्य प्रवेश दे सकेंगे तथा गंभीर बीमार आदि कारण होने पर 10 प्रतिशत प्रवेश देने के साथ जरूरत होने पर साध्यकालीन कक्षायें संचालित की जायेंगी। उन्होंने कहा कि 2147 पदों के सापेक्ष 1837 पदों पर नियुक्ति हो चुकी है शेष पर प्राचार्यो को प्रति वादन 500 रूपये मानदेय पर रखने के आदेश दिये गये हैं। उन्होने
महाविद्यालय के शुभारंभ के अवसर पर विधायक कैलाश गहतोड़ी, राज्य सहकारिता बैंक के अध्यक्ष दान सिंह रावत, राज्य सहकारिता परिषद के उपाध्यक्ष हयात सिंह माहरा, उच्च शिक्षा के निदेशक डा.एससी पन्त, जिलाध्यक्ष भाजपा रामदत्त जोशी, नगर पंचायत अध्यक्ष रेनू अग्रवाल, उप जिलाधिकारी दयानंद सरस्वती, तहसीलदार खुशबू, प्राचार्य डा.आरसी पुरोहित, सीओ बीसी पन्त, सहायक निदेशक डेरी डुगरियाल सहित महाविद्यालय परिवार, विद्यार्थी, आमजन, भाजपा कार्यकर्ता आदि उपस्थित थे।

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