पिथौरागढ़। सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए यातायात नियमों का सख्ती से अनुपालन कराना सुनिश्चित करें, ताकि सड़क दुर्घटनाओं में आकस्मिक मृत्यु को रोका जा सके। यह निर्देश जिलाधिकारी डा.आशीष चौहान ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक लेते हुए अधिकारियों को दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि विगत दो-तीन माह से जनपद में सड़क दुर्घटनाएं बढ़ी हैं, जो चिन्ता का विषय है। उन्होंने कहा कि दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए सड़कों के सुधारीकरण के साथ यातायात नियमों का कड़ाई से अनुपालन कराना सुनिश्चित करें। नियमों का उल्लंघन करने वालों का चालान काटते हुए दंडित किया जाए।
निर्देश दिए कि सड़क निर्माणदायी विभागों के अधीक्षण अभियंता, सबंधित क्षेत्र के एसडीएम परिवहन अधिकारियों के साथ सड़कों का सर्वे कर दुर्घटना संभावित स्थलों को चिन्हित करें और संवेदनशील स्थलों पर क्रैश बैरियर, पैराफिट, डेलमिनेटर, रिफ्लेक्टर और अन्य सुरक्षात्मक उपाय करना सुनिश्चित करें। जिन स्थानों पर पूर्व में दुर्घटना हुई है, वहां चेतावनी होर्डिंग्स लगाई जाएं।
चिन्हित संवेदनशील स्थलों पर अभी तक किए गए सुरक्षा कार्यों की रिपोर्ट भी उपलब्ध कराएं। एसडीएम व परिवहन अधिकारी हर वाहन दुर्घटना की रिपोर्ट देना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि जनहित में जिन संकरी सडकों का चौडीकरण या सुधारीकरण आवश्यक है, उनका प्रस्ताव तैयार कर उचित माध्यम से शासन को भेजा जाए। इस दौरान जिलाधिकारी ने विभिन्न माध्यमों से प्राप्त सडक़ संबंध शिकायतों का भी प्राथमिकता पर निराकरण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
बैठक में पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह, परिवहन निगम के सहायक महाप्रबंधक राजेंद्र कुमार, सीएमओ एचएस ह्यांकी, सीओ ट्रैफिक सुमित पांडेय, सीईओ जीतेंद्र सक्सेना, एसई लोनिवि एबी काण्डपाल सहित सभी सडक निर्माणदायी विभागों के अधीक्षण अभियंता व समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।
पिछले साल 12 हादसों में 6 लोगों ने गवांई जान
बैठक में बताया गया कि वर्ष 2021 में जनवरी से दिसंबर तक 12 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं, जिसमें 6 लोगों की मृत्यु और 11 लोग घायल हुए। लोनिवि ने अपनी सडकों पर चिन्हित 55 दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में सडक सुरक्षात्मक कार्य किए गए है।
ओवरलोडिंग, ओवरस्पीडिंग, नशे की हालत में वाहन चलाना, मोबाइल का प्रयोग एवं भारवाहनों से यात्रियों को ढोने पर आरटीओ के माध्यम से 156 चालान और 47 लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई की गई। इसके अलावा 741 दुपहिया वाहनों का चालान काटा गया है। पुलिस विभाग की ओर से भी इस दिशा में नियमित कार्रवाई की गई है और सडक सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है।