Statue of equality : PM Narendra Modi के कार्यकाल में देश भर में कई भव्य मूर्तियां बनाई जा रही है। ऐसी ही एक मूर्ति उज्जैन में भी बनकर तैयार हो चुकी है। यह मूर्ति संत Ramanujacharya swami की है। रामानुजाचार्य स्वामी की यह मूर्ति सनातन परंपरा के किसी भी संत के अब तक की सबसे भव्य मूर्ति है। चलिए जानते हैं इस मूर्ति की क्या है खासियत।
Ramanujacharya swami की मूर्ति का निर्माण साल 2014 में शुरू हुआ था। इस मूर्ति को बनाने में लगभग 400 करोड रुपए की लागत आई है। रामानुजाचार्य स्वामी की यह मूर्ति अष्टधातु से निर्मित की गई है। यहां रामानुजाचार्य स्वामी की दो मूर्तियां होंगी।
दोनों की ही बनावट एक दूसरे से अलग रहेगी। पहली मूर्ति 216 फीट ऊंची होगी और इसका निर्माण अष्टधातु से होगा। वहीं दूसरी मंदिर के गर्भ ग्रह में होगी जो 120 किलो सोने से बनाई जाएगी। इस मूर्ति को 120 किलो सोने से बनाए जाने के पीछे की कहानी यह है कि रामानुजाचार्य स्वामी धरती पर 120 वर्ष तक रहे थे और इस मूर्ति का वजन भी 120 किलो है।
इस मूर्ति को Statue Of Equality कहां जाएगा, जिसकी ऊंचाई 216 फीट है। आपको बता दें कि Ramanujacharya Swami वह संत हैं, जिन्होंने समाज को सबसे पहले समानता का संदेश दिया था। इस मंदिर का निर्माण 45 एकड़ की भूमि पर हो रहा है।
इसमें स्टैचू आफ इक्वलिटी तथा रामानुजाचार्य टेंपल शामिल होंगे। जो मंदिर का मूल भवन होगा वह करीब 1.5 लाख स्क्वायर फीट के क्षेत्र में बनेगा, इसके साथ ही यहां 125 करोड़ की लागत से म्यूजिकल फाउंटेन भी लगाए जाएंगे।