The agitating students of SSJ campus gave a three-day ultimatum to the university administration
अल्मोड़ा,15 जून2020— एसएजे परिसर (ssj campus)के आंदोलित छात्रों ने अब विश्वविद्यालय प्रशासन से तीन दिन के भीतर छात्र हितों को देखते हुए स्पष्ट निर्णय लेने का अल्टीमेटम दिया है.
छात्रों का कहना है कि यदि 18 जून तक इस संबंध में कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया तो छात्र आमरण अनशन को बाध्य होंगे जिसकी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी.
सोमवार को आंदोलनकारी छात्रों ने परिसर निदेशक प्रोफेसर जगत सिंह बिष्ट से मुलाकात की और परिसर निदेशक से वार्ता के बाद यह निर्णय लिया.
धरना स्थल पर छात्रों ने कहा कि कोरोना काल में परीक्षाएं नहीं कराए जाने की मांग को लेकर छात्र 15 दिन से आंदोलन कर रहे हैं। और अब केवल तीन दिन की मोहलत विश्वविद्याल प्रशासन को दी जाती है. यदि उनकी मांगों का निस्तारण नहीं हुआ तो 18 जून के बाद आमरण अनशन को छात्र बाध्य होंगे.
कहा कि यह आंदोलन 1 जून से चल रहा है जिमसें सभी सेमेस्टर के छात्रों को प्रोन्नत करने की मांग छात्र कर रहे हैं. कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन अंतिम सेमेस्टर में अध्ययनरत छात्रों के संबंध में कोई निर्णय नहीं ले रहा है.
विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तावित 4 अगस्त से अन्तिम सेमेस्टर के छात्रों की परीक्षा कराने का निर्देश जारी किया गया है. जो कि इस वैश्विक महामारी के दौर में करवाना संक्रमण के खतरे को देखते हुए चिंतनीय है.
सभी आंदोलन कारी छात्रों ने कुलपति से आमने सामने आकर बात कर आगामी 18 अगस्त तक परिसर में आकर में स्पष्ट रूप से छात्रों को अवगत कराने की मांग की। और कहा कि अन्यथा समस्त छात्र उग्र आंदोलन हेतु बाध्य होंगे.
पूर्व महासचिव अक्षय कुमार टम्टा, पूर्व उपसचिव चन्दन बहुगुणा, विपुल कार्की पूर्व महासचिव आशीष पंत ने आमरण अनशन की चेतावनी दी.
लोकेश तिवारी, राकेश भंडारी ,मनोज कुमार, नीरज डंगवाल,प्रदीप बिष्ट, गोपाल मेर, सूरज वाणी, आकाश जंगपांगी, मोहन देवली आदि छात्र इस मौके पर मौजूद थे.