लद्दाख से संबंधित मांगों पर बातचीत शुरू न होने पर 15 अगस्त से फिर अनशन शुरू करेंगे सोनम वांगचुक

लद्दाख। लद्दाख क्षेत्र को भारत देश के राज्य का दर्जा देने और इसे संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर मार्च…

लद्दाख। लद्दाख क्षेत्र को भारत देश के राज्य का दर्जा देने और इसे संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर मार्च 2024 माह में 21 दिनों का अनशन कर चुके जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने कहा है कि यदि केन्द्र सरकार लद्दाख की समस्याओं और उनकी मांगों पर बातचीत के लिए लद्दाख के अधिकारियों को जल्द ही आमंत्रित नहीं करती है तो वह स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2024 से फिर अनशन शुरू करेंगे।

बताते चलें कि अनुच्छेद 370 के प्रावधानों के निरस्त होने के बाद लद्दाख बिना विधानसभा वाला एक अलग केंद्र शासित प्रदेश बन गया है। अब इस क्षेत्र का प्रशासन पूरी तरह नौकरशाहों के हाथ में है। वांगचुक के अनुसार पिछले सप्ताह कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर द्रास के दौरे के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मांगों का एक ज्ञापन सौंपा था। कहा कि हम चुनाव के दौरान सरकार पर ज्यादा दबाव नहीं डालना चाहते थे लेकिन अब हमें उम्मीद है कि नई सरकार इस मामले में कुछ ठोस कदम उठाएगी।