तो अल्मोड़ा में नगरपालिका की निविदा नियम हुए गौण! जानकारों ने उठाए सवाल

So the municipal tender rules in Almora became secondary! Experts raised questions

almora palikadhykash prakash joshi

अध्यक्ष को दरकिनार कर टेंडर छापने का आरोप

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अल्मोड़ा। नगर निकायों को भले ही मजबूत बनाने के कितने दावे किए जा रहे हों लेकिन हकीकत एकदम उलट दिख रही है.अल्मोड़ा नगर पालिका में ​अब निविदाओं के प्रकाशन में भी निकाय प्रतिनिधियों को स्थान देने की अनदेखी दिखाई दे रही है.

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निविदा के छपने के बाद लोगों में चर्चाएं होने लगी हैं वहीं जानकार इसे फाइनेंशियल एक्ट के खिलाफ बता रहे हैं.मालूम हो कि अल्मोड़ा पालिका में यह दूसरी बार हो गया है जब​ निविदा के प्रकाशन में पालिकाध्यक्ष के हस्ताक्षरों की अनदेखी की गई है.खुद पालिकाध्यक्ष

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उन्होंने कहा कि यह कदम नियम विरुद्ध है पहले भी इस प्रकार का प्रकरण आने पर स्पष्टीकरण देने को कहा था और इस बार भी संबंधित को स्पष्टीकरण दिया जाएगा. साथ ही इस मामले को 10 फरवरी को प्रस्तावित बोर्ड बैठक में रखने के साथ ही जरूरी कानूनी राय ली जाएगी. उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण का संज्ञान बोर्ड को होना चाहिए साथ ही फाइनेंशियल एक्ट में भी स्पष्ट है कि संयुक्त हस्ताक्षरों से ही ​वित्त और निविदा का कार्य किया जा सकता है. बताते चले कि चर्चाएं सामने आने के बाद पालिका सभासद भी इस प्रकार के कार्य पर चकित हैं कुछ ने मामले को बोर्ड बैठक में उठाने की बात भी कही है.

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मालूम हो कि समाचार पत्र में छपी निविदा में केवल अधिशासी अधिकारी के ही हस्ताक्षर हैं निविदा जारी होने की पूर्व सूचना से पालिकाध्यक्ष ने इंकार करने के बाद प्रथम दृष्टया लग रहा है कि निविदा को केवल अधिकारी के हस्ताक्षर से जारी किया गया है. इस संबंध में पक्ष जानने के लिए पालिका के ईओ को फोन किया गया लेकिन उनका फोन नहीं उठा.

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