Almora- श्रम नही शिक्षा अभियान के तहत आयोजित हुआ कार्यक्रम, 18 साल से कम उम्र के बच्चों से काम ना कराने की अपील

अल्मोड़ा। 12 जून 2023श्रम नही शिक्षा अभियान कार्यक्रम में 18 साल से कम उम्र के बच्चों से बालश्रम ना कराने की अपील की गई।आज यहा…

Shram Nahi Shiksha Abhiyan organise in almora

अल्मोड़ा। 12 जून 2023
श्रम नही शिक्षा अभियान कार्यक्रम में 18 साल से कम उम्र के बच्चों से बालश्रम ना कराने की अपील की गई।आज यहा होटल हिमसागर में बचपन बचाओ अभियान कार्यवाही माह और सीएसीएल की ओर से संचालित बालश्रम मुक्त भारत अभियान श्रम नहीं शिक्षा अभियान कार्यक्रम में बाल श्रम कानूनों से संबधित जानकारी भी दी गई। इस कार्यक्रम में अल्मोड़ा को बालश्रम मुक्त जिला बनाने के लिए सामूहिक रूप से रूपरेखा भी बनाई गई।


एक स्थानीय होटल में श्रम विभाग एवं सीएसीएल द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम में होटल एसोसिएशन,नगर व्यापार मंडल,जिला बाल कल्याण समिति,श्रम विभाग एवं बाल सरंक्षण इकाई के पदाधिकारी शामिल रहे।


कार्यक्रम में 18 साल तक के बच्चों से बालश्रम में नहीं कराने की अपील की गई। साथ ही बालश्रम कानून संसोधन 2016 के प्रावधानों के बारे में भी जानकारी दी गई।
संचालन करते हुए उपश्रम आयुक्त आशा पुरोहित ने बालश्रम को प्रतिबंधित करने के लिए विभाग विभाग द्वारा चलाये जा रहे अभियानों के बारे में बताया साथ ही और इस कानून के प्रावधानों की जानकारी दी।


सामाजिक कार्यकर्ता और जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष रघु तिवारी ने कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में बताते हुए कहा कि आज अन्तर्राष्ट्रीय बालश्रम उन्मूलन दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने बालश्रम को एक सामाजिक अभिशाप बताते हुए कहा कि इससे मुक्ति के बगैर हम एक स्वस्थ समाज नहीं बना सकते हैं।


बाल मजदूरी के खिलाफ अभियान (सीएसीएल) की राज्य संयोजक और किशोर न्याय बोर्ड की सदस्य नीलिमा भट्ट ने बालश्रम को रोकने के लिए सीएसीएल द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर चलाए गए 44 दिन के अभियान पर अपनी बात रखने के साथ ही सीसीएल द्वारा बनाए गए बाल मजदूरी प्रथा (उन्मूलन एवं पुनर्वास) वैकल्पिक विधेयक 2017 के प्रावधानों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। नीलिमा भट्ट ने कहा कि अगर कोई बच्चा स्कूल नही जाता है तो पूरी संभावना है कि वह बाल मजदूर बनेगा। कहा कि यह समाज की नैतिक जिम्मेदारी भी बनती कि हर बच्चा विद्यालय में ही रहे। कहा कि समाज के साथ ही सरकार को भी इसके लिए ठोस प्रयास करने होगे।


व्यापार मंडल नगर अध्यक्ष सुशील साह ने कहा कि वह इस कार्यशाला में​ मिली जानकारी से सभी व्यापारियों को अवगत कराएंगे और अल्मोड़ा को बालश्रम मुक्त नगर बनाने के लिए अपना पूरा प्रयास करेंगे। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुण वर्मा ने बालश्रम में लगे बच्चों को मुक्त करने के लिए सामुहिक प्रयास करना होगा और होटल एसोसिएशन इसके लिए अपनी ओर से हर संभव मदद करेगा।


मनरेगा की जिला लोकपाल सरोजनी जोशी ने अपने संबोधन में कहा कि उनके सामने भी यह शिकायत आयी है कि मनरेगा में बच्चों को काम में लगाया जा रहा है, कहा कि वह इस इस प्ररकण को गम्भीरता से देखकर नियमों के अनुसार कार्रवाही करेंगी।
कार्यक्रम में श्रम विभाग के अधिकारी राजेन्द्र बिष्ट, प्रोटेक्शन आफिसर कमला कोश्यारी, जिला बाल कल्याण समिति सदस्य चन्द्रा लटवाल, चाइल्ड लाइन के प्रतिनिधि सहित होटल और व्यापार और निर्माण संस्थाओं से जुड़े कई लोग मौजूद रहे।