स्वामी विवेकानंद की तपोस्थली काकड़ीघाट में नहीं है सार्वजनिक शौचालय लोगों ने उठाई मांग

अल्मोड़ा। वैश्विक दिव्य पुरुष स्वामी विवेकानंद की तपोस्थली के रूप में प्रसिद्ध काकड़ीघाट में एक अदद सार्वजनिक शौचालय नही है। ताड़ीखेत ब्लॉक के इस केन्द्र…

अल्मोड़ा। वैश्विक दिव्य पुरुष स्वामी विवेकानंद की तपोस्थली के रूप में प्रसिद्ध काकड़ीघाट में एक अदद सार्वजनिक शौचालय नही है। ताड़ीखेत ब्लॉक के इस केन्द्र का दर्शन करने सैकड़ों लोग और देश विदेश के पर्यटक आते हैं लेकिन शौचालय नहीं होने से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। विवेकानंद सेवा समिति काकड़ीघाट के अध्यक्ष हरीश सिं​ह ​परिहार ने कहा कि वर्तमान में यह क्षेत्र आध्यात्म क्षेत्र के रूप में विकसित हो रहा है इसलिए जनसुविधाओं की उपलब्धता नितांत आवश्यक है। उन्होंने कोसी पुनर्जीवन अभियान में सिरौता नदी को भी शामिल करने और आस पास के दर्जनों गांवों को भी योजना के कार्यों में शामिल करने की मांग की है। उन्होंने विभिन्न समस्याओं को लेकर डीएम को ज्ञापन दिया। इस मौके पर हरीश सिंह परिहार के अलावा विशन सिंह, गोकुल सिंह, सुंदर सिंह,रमेश चन्द्र कांडपाल आदि मौजूद थे। इसके अलावा समिति ने बताया कि समिति भैरव मंदिर का जीर्णोद्धार करने,नौगांव काकड़ीघाट में सोलर लाइट स्थापित किए जाने,ज्ञानवृक्ष शिक्षा वृत्ति के तहत प्रतिवर्ष 250 छात्रछात्राओं को शिक्षण सामाग्री प्रदान करने व शारदा मां की रसोई अभियान के तहत नौगांव सुनियाकोट, पजीना और बेड़गांव के 24 निर्धन परिवारों को खाद्य सामाग्री आपूर्ति करने का कार्य कर चुकी है।