नाचनी में रामगंगा व भुजगड़ नदी के संगम पर सैन्य टुकड़ी ने हवा में की 21 राउंड फायरिंग
जनप्रतिनिधियों, सैन्य-प्रशासनिक अधिकारियों व क्षेत्रवासियों ने दी अंतिम विदाई
पिथौरागढ़। जनपद पिथौरागढ़ की तहसील मुनस्यारी के ग्राम नापड़ निवासी 21 कुमाऊं रेजिमेंट के हवलदार शहीद (Shaheed) गोकर्ण सिंह चुुुफाल का अंतिम संस्कार सोमवार को सैन्य सम्मान के साथ नाचनी में रामगंगा और भुजगड़ नदी के संगम पर किया गया।
जम्मू-कश्मीर उड़ी सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से की गई गोलाबारी में हवलदार गोकर्ण सिंह शहीद (Shaheed) हो गए थे। उनका पार्थिव शरीर रविवार को उनके गांव नापड़ पंहुचाया गया। सोमवार को उनके घर से पार्थिव शरीर को सेना के वाहन से नाचनी लाया गया। नाचनी से शहीद की अंतिम यात्रा में गांंव के लोगों सहित जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक और सेना के अधिकारी-जवान सम्मिलित हुए।
रामगंगा व भुजगढ़ नदी के संगम पर कमांडिंग आफिसर कर्नल वरुण कुमार, मेजर निर्मल शाही 1988 मीडियम बैटरी आर्टलरी पिथौरागढ़, कर्नल राघवेंद्र सिंह कुमाऊं स्कॉट तथा सूबेदार पीके दास ने शहीद को रीद चढ़ाकर सलामी दी। डीडीहाट के विधायक बिशन सिंह चुफाल, धारचूला के विधायक हरीश धामी ने भी शहीद को पुष्प अर्पित किए। प्रशासन की ओर से उपजिलाधिकारी मुनस्यारी भगत सिंह फोनिया, पुलिस उपाधीक्षक विमल आचार्य, थानाध्यक्ष नाचनी दीपक बिष्ट के साथ ही विभिन्न जनप्रतिनिधियों ने शहीद (Shaheed) को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। शहीद गोकर्ण सिंह को 1988 मीडियम बैटरी आर्टलरी की सैन्य टुकड़ी ने 21 राउंड हवा में फायरिंग कर गार्ड ऑफ ओनर के साथ अंतिम विदाई दी।
शहीद (Shaheed) की चिता को उनके बेटे मनीष और चाचा प्रेम सिंह चुफाल ने मुखाग्नि दी। सेना की ओर से कमांडिंग आफिसर विमल कुमार ने शहीद (Shaheed) के चाचा सूबेदार मेजर दीवान सिंह चुफाल को तिरंगा झंडा व सेना की वर्दी प्रदान की। गगनभेदी नारों के बीच नम आंखों से शहीद की अंत्येष्टि में क्षेत्र के विभिन्न गांवों के लोग उपस्थित रहे।