आत्मनिर्भर कार्यशाला (Self-reliant workshop)- दूसरे दिन छात्राओं को बेहतर संवाद एवं संबंधों के बारे में दी जानकारी

Self-reliant workshop

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अल्मोड़ा, 07 अक्टूबर 2020। शिक्षा संकाय में चल रहीं छह दिवसीय आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत स्मार्ट गर्ल आनलाईन कार्यशाला (Self-reliant workshop) के दूसरे दिन मास्टर ट्रेनरों द्वारा संवाद एवं रिश्ते संबंधी संकल्पना पर व्यापक परिचर्चा कर मार्गदर्शन दिया। 

कार्यशाला (workshop) में पीसीपीएनडीटी एक्ट की जानकारी दी

Self-reliant workshop


मंगलवार को कार्यशाला (Self-reliant workshop) का शुभारंभ करते हुए कार्यशाला संचालिका एवं मास्टर ट्रेनर डाॅ रितु जैन ने छात्रों को स्व जागरुकता कार्यक्रमों का पुर्नस्मरण कराते हुए संवाद एवं रिश्ते विषय पर विचार व्यक्त किए। इस दौरान बीएड प्रशिक्षु छात्राओं ने परस्पर अंतः क्रिया कर अपने-अपने विचारों को प्रशिक्षकों के सामने रखा।

वहीं, शिक्षा संकाय की प्रो. भीमा मनराल ने छात्राओं को नकारात्मक सोच, संकोची स्वभाव, दूसरों के साथ अच्छे रिश्ते बनाने में अक्षम समायोजन करने में असमर्थ होने वालों के बारे में विस्तार पूर्वक परिचर्चा की।

कार्यशाला (workshop) में सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की जानकारी दी

उन्होंने प्रशिक्षु छात्राओं से (Self-reliant workshop) व्यवहारिक मतावली बनाकर समाज में समायोजन करने के लिए अनुकूलन एवं आत्मसात करण करने पर जोर दिया, ताकि, बदले परिदृश्य में आधी आवादी समाज का प्रतिनिधित्व कर आगे बढ़ा सके।

Self-reliant workshop

डाॅ रिजवाना सिद्दीकी एवं डाॅ संगीता पवार ने प्रशिक्षु छात्राओं को स्वास्थ्य को लेकर आने वाले बदलावों के बारे में जानकारी दी। शिक्षा संकायाध्यक्ष एवं विभागाध्यक्ष प्रो विजयारानी ढ़ौडियाल ने छात्राओं के द्वारा कार्यशाला में संक्रिय भागीदारी करने पर उनकी प्रशंसा करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया। साथ ही महिला जागरुकता को लेकर व्यापक परामर्श एवं मार्गदर्शन दिया। इस मौके पर डाॅ देवेंद्र चम्याल भी मौजूद थे।

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