उत्तराखंड में PCS की परीक्षा को लेकर बढ़ाई गई सुरक्षा, हर केंद्र पर रखी जाएगी कड़ी निगरानी

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की 14 जुलाई को होने वाली पीसीएस प्री परीक्षा को लेकर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सख्त निर्देश जारी किए हैं।…

Security beefed up for PCS exam in Uttarakhand, strict monitoring will be done at every centre

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की 14 जुलाई को होने वाली पीसीएस प्री परीक्षा को लेकर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि संवेदनशील परीक्षा केंद्रों का चिह्निकरण करके उनकी अलग से निगरानी की जाए।


मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने राज्य के सभी जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को 14 जुलाई को प्रस्तावित उत्तराखंड सम्मिलित राज्य सिविल प्रवर अधीनस्थ सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2024 के सफल एवं शुचितापूर्ण आयोजन संबंधी निर्देश दिए हैं।


उन्होंने निर्देश दिए हैं की परीक्षा में तैनात समस्त अधिकारियों एवं जिले के सभी परीक्षा केन्द्र के पर्यवेक्षकों की परीक्षा से दो दिन पूर्व ब्रीफिंग डीएम एसएसपी की अध्यक्षता में की जाए। सभी केंद्र व्यवस्थापक अनिवार्य रूप से इसमें शामिल किए जाएंगे। केंद्र पर्यवेक्षकों व्यवस्थापकों को परीक्षा की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए वांछित उपाय और शक्ति बरतने के निर्देश भी दिए जा रहे हैं।


सभी कक्ष निरीक्षक, सचल दल व तैनात अन्य कार्मिक पूर्ण निष्ठा से काम करें। परीक्षा संबंधी सभी व्यवस्थाओं की जानकारी विभिन्न माध्यमों से जिलों में प्रसारित की जा रही है। सभी परीक्षा केन्द्र का संवेदनशीलता के आधार पर वर्गीकरण करते हुए परीक्षा तिथि को उसमें सेक्टर मजिस्ट्रेट व फ्लाइंग स्क्वाड अतिरिक्त पुलिस बल एलआईयू तैनात किए जाएंगे।


दूरस्थ एवं संवेदनशील केंद्रों में अलग से डेडिकेटेड सेक्टर मजिस्ट्रेट निगरानी करेंगे। केंटो में संबंधित सेक्टर मजिस्ट्रेट प्रश्न पत्रोंस परीक्षा सामग्री को प्रत्येक पाली में अलग से इकट्ठा करके जमा किया जाएगा परीक्षा तिथि से पहले ही स्थानीय एलआईयू व एजेंसी सक्रिय बनी रहें।
उन्होंने कहा है कि कुछ सेक्टर मजिस्ट्रेट केवल गोपनीय सामग्री को परीक्षा केंद्र तक लाने और वापस डाकघर तक ले जाने में ही व्यस्त रहते हैं। परीक्षा केंद्रों पर व्यापक पर्यवेक्षण की जरूरत को देखते हुए जिले के अन्य अधिकारियों को भी तैनात किया जाए। पुलिस और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अफसर भी परीक्षा के दौरान केंद्रों का भ्रमण व निगरानी करेंगे। वर्षाकालीन मौसम को देखते हुए आवागमन सुचारू रखने के लिए अवरुद्ध मार्गों को तत्परता से खोला जाए।