अल्मोड़ा। नये आरक्षण रोस्टर के खिलाफ एससी—एसटी शिक्षक एसोसिएशन लामबंद हो गया है। सरकार के इस फैसले के बाद जगह—जगह से विरोध के स्वर फूटने लगे है। शुक्रवार यानि आज एससी—एसटी शिक्षक एसोसिएशन की ओर से प्रांतीय अध्यक्ष संजय भाटिया की अध्यक्षता में आपातकालीन बैठक आहूत की गयी। जिसमें प्रदेश सरकार द्वारा नौकरियों में नये रोस्टर प्रणाली का घोर विरोध करते हुए संगठन के द्वारा अत्यन्त आक्रोश व्यक्त किया गया।
प्रदेश अध्यक्ष संजय भाटिया ने कहा कि प्रदेश सरकार ने आरक्षण में नये रोस्टर प्रणाली को लागू कर एक बड़े समाज के साथ धोखा किया है। यदि आरक्षण की व्यवस्था में पूर्व की भॉति रोस्टर लागू नही किया गया तो संगठन प्रदेश स्तर पर व्यापक आन्दोलन करेगा। इस दौरान अन्य वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार एक ओर सबका साथ सबका विकास का नारा देती है दूसरी ओर से इस तरह के फैसले से समाज में वर्गों के बीच भेदभाव कर रही है। उन्होंने सरकार के इस फैसले को असवैंधानिक करार दिया। वक्ताओं ने कहा कि सरकार शीघ्र पुराने रोस्टर को लागू नहीं करती तो एससी—एसटी शिक्षक संघ प्रदेशभर में एक जन आन्दोलन करेगी। जिसके लिए वर्तमान सरकार जिम्मेदार होगी। इसके बाद भी सरकार नहीं जागती तो संगठन इस मुद्दे को न्यायालय तक ले जाने के लिए बाध्य होगा।
गौरतलब है कि बीते दिनों सरकार के द्वारा नया आरक्षण रोस्टर लागू किया गया है जिसमें अनुसूचित जाति के पूर्व के रोस्टर 1, 6 तथा 11 के बजाय 6, 11, 16 व 21 तथा अनुसूचित जनजाति को 24 वें स्थान के बजाय 25वें तथा पिछड़ी जाति को 7, 14 तथा 19 के स्थान पर 8, 15 तथा 27वें क्रम में रोस्टर प्रदान किया गया है। एसोसिएशन ने समाज कल्याण एंव परिवहन मंत्री यशपाल आर्य के खिलाफ भी अत्यन्त रोष व्यक्त किया गया। वक्ताओं ने मंत्री के इस कृत्य को समाज विरोधी बताया गया। वक्ताओं ने कहा कि इसका जवाब भविष्य में उन्हें दिया जायेगा। मंत्री जी से नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से तुरन्त त्यागपत्र देने के लिए कहा गया। पूर्व की भांति उक्त रोस्टर प्रणाली के साथ-साथ पदोन्नति में आरक्षण को भी बहाल करवाने की मांग की गयी। बैठक में सुंदर लाल, दिग्पाल आर्य, गिरीश चंद्र, अर्जुन आगरी, प्रेम प्रकाश, भूपाल प्रसाद कोहली, सुभाष चंद्र, विमलेश राहुल व संजय कुमार मौजूद थे।