पिथौरागढ़। अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक एसोसिशन के कुमाऊं मंडल की शैक्षिक उन्नयन संगोष्ठी एवं अधिवेशन मंगलवार को पिथौरागढ़ में शुरू हो गया। नगरपालिका बारात घर में आयोजित दो दिवसीय इस अधिवेशन के पहले दिन यह बात उभरकर सामने आई कि यदि सरकार शिक्षा के प्रति गंभीर है तो हजारों की संख्या में रिक्त पड़े शिक्षकों के पदों को भर जाना चाहिए।
इससे पूर्व अधिवेशन का शुभारम्भ अध्यक्ष जिला पंचायत पिथौरागढ़ दीपिका बोहरा, विशिष्ट अतिथि विधायक विशन सिंह चुफाल, हवलदार प्रसाद जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक, एसआर कोहली प्राचार्य डीडीहाट, संजय कुमार टम्टा व संगठन के प्रांतीय महामंत्री महेंद्र प्रकाश ने डॉ भीमराव अंबेडकर तथा सावित्रीबाई फुले की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन और पुष्प अर्पित कर किया।
कार्यक्रम में एसोसिशन के प्रांतीय अध्यक्ष संजय कुमार टम्टा ने कहा कि आज प्रदेश भर में प्राथमिक तथा माध्यमिक विद्यालयों में 10 हजार से अधिक शिक्षकों व प्रधानाचार्यों के पद रिक्त हैं। प्रदेश में जिला तथा खंड शिक्षा अधिकारियों के पद बड़ी संख्या में रिक्त हैं। अधिकांश प्राथमिक विद्यालय एकल शिक्षकों भरोसे चल रहे हैं। ऐसी स्थिति में राजकीय विद्यालय में शैक्षिक गुणवत्ता और बेहतरीन शैक्षिक माहौल की उम्मीद करना बेमानी है। अगर सरकारें माध्यमिक तथा प्राथमिक विद्यालयों के प्रति गंभीर हो तो यहां पर भी बेहतरीन शैक्षिक माहौल बनाया जा सकता है। कहा कि आज भी इस राज्य के 70 फ़ीसदी बच्चे राजकीय विद्यालय में पढ़ रहे हैं। इनकी उपेक्षा किए बना इस राज्य का विकास नहीं किया जा सकता है। पर्वतीय जनपदों में शिक्षा की बेहतरीन व्यवस्था न होना भी पर्वतीय जिलों से पलायन का एक बहुत बड़ा कारण है।
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के विद्यालय व संस्थाओं को तरह-तरह से बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। उनकी छवि को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि आज भी इस देश में राजकीय नवोदय विद्यालय सरकारी होने के बाद भी देश में सबसे बेहतरीन परीक्षाफल दे रहे हैं। इस देश के इंजीनियरिंग, मेडिकल और आईआईएम संस्थान सरकारी होने के बाद भी देश-विदेश में अपनी गुणवत्ता के साथ बने हुए हैं। कुमाऊं मंडल के अध्यक्ष डीआर बाराकोटी ने मुख्य अतिथि विधायक विशन सिंह चुफाल को 20 सूत्रीय एक ज्ञापन भी सौंपा। और कहा कि शिक्षक एसोसिशन शिक्षा विभाग का एकमात्र ऐसा संगठन है जिसमें प्राथमिक से लेकर माध्यमिक, शासकीय व अशासकीय शिक्षक जुड़े हुए हैं। सरकार द्वारा इस संगठन को शिक्षा विभाग में महत्वपूर्ण निर्णय लेते समय व नीतियां बनाते समय प्रांत मंडल व जिलों में आमंत्रित किया जाना चाहिए, जिससे कि समाज के शिक्षकों की समस्याओं पर भी विचार हो सके। प्रदेश महामंत्री महेंद्र प्रकाश ने बताया कि शिक्षक संगठन 2007 से निरंतर प्रगति पद पर आगे बढ़ रहा है। पूरे प्रदेश के शिक्षकों का इसे समर्थन प्राप्त हो रहा है।इसी कारण आज इस संगठन में नेतृत्व के लिए निर्वाचन की आवश्यकता पड़ने लगी है।
वहीं मुख्य अतिथि विधायक चुफ़ाल ने शिक्षक संगठन की इस बात के लिए प्रशंसा की कि प्राथमिक से लेकर माध्यमिक शिक्षकों का इतना विशाल संगठन बनाकर उसको अनुशासित तरीके से चला रहे हैं। उन्होंने संगठन की मांगों को सरकार और विभाग तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम को प्रदेश महामंत्री महेंद्र प्रकाश, जिला अध्यक्ष पिथौरागढ़ अनिल कुमार आदि ने संबोधित किया और कार्यक्रम में सहयोग के लिए अतिथियों और सदस्यों – शिक्षकों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ शिक्षक अनिल ह्यूमन ने किया। संजय भाटिया
कार्यक्रम में जिला संरक्षक महेश मुरारी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष गणेश मार्तोलिया, गिरीश प्रसाद पुष्कर टम्टा, आईपी ह्यूमन, मनोज कुमार, दीपचंद, विनोद कुमार, धीरेंद्र कुमार टम्टा, कविंद्र लाल, गोविंद राम आर्य, प्रकाश मोहन, एआर दतल, भुवन दुराल, दिनेश कुमार, जितेंद्र बुटोहिया नवीन चंद्र कोहली, बामसेफ के जिला अध्यक्ष दिनेश चंद्र टम्टा, फेडरेशन के प्रांतीय उपाध्यक्ष काशीराम गौतम, रमेश चंद्र, हरि ओम, जिला अध्यक्ष उधम सिंह नगर शाहिद कुमार व मंडल के समस्त जिलों के जनपद अध्यक्ष, महामंत्री कोषाध्यक्ष आदि उपस्थित हुए थे।
बताया गया कि अधिवेशन के पहले दिन शिक्षक एसोसिएशन ने अतिथियों के माध्यम से अनुसूचित जाति जन जाति से जुड़े तथा राष्ट्रपति, शैलेश मटियानी राज्य और राज्यपाल पुरुस्कार प्राप्त शिक्षक गंगा आर्या, डीआर टम्टा, पुष्कर टम्टा, डीएल वर्मा, निर्मला आर्या व त्रिभुवन लोबिया को सम्मानित भी किया।