मेरठ जेल में बंद मुस्कान और साहिल ने सरकारी वकील की मांग को लेकर प्रार्थना पत्र दिया है, जिस पर जेल प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है। दोनों ने खुद को पति-पत्नी बताते हुए जेल में मिलने की अनुमति मांगी, लेकिन अभी तक इस दावे के समर्थन में कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं किया है। जेल प्रशासन के अनुसार, नियमों के तहत जब तक कोई वैध प्रमाण नहीं मिलता, तब तक दोनों को अलग-अलग ही रखा जाएगा।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ. वीरेश राज शर्मा ने बताया कि अगर मुस्कान और साहिल अपनी शादी का कोई प्रमाण देते हैं, तो विधिक राय लेने के बाद जेल मैनुअल के अनुसार आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। इसके अलावा, जेल प्रशासन ने यह भी बताया कि दोनों की स्वास्थ्य स्थिति में सुधार है और वे अब ठीक से खाना खा रहे हैं। मुस्कान का प्रेग्नेंसी टेस्ट कराने की भी संभावना जताई गई है, जिसे जरूरत पड़ने पर करवाया जाएगा।
गौरतलब है कि यह मामला 4 मार्च को हुए एक जघन्य हत्याकांड से जुड़ा है, जिसमें मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर अपने पति सौरभ की हत्या कर दी थी। इसके बाद दोनों ने शव के टुकड़े कर उन्हें ड्रम में भरकर सीमेंट और रेत से सील कर दिया और हिमाचल प्रदेश भाग गए। पुलिस ने शव बरामद करने के बाद 18 मार्च को दोनों को गिरफ्तार कर लिया था।