कहा आजादी में अपने योगदान के बारे में देश को बताये आरएसएस
अल्मोड़ा । आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के आजादी के आंदोलन में कांग्रेस के बारे में दिए बयान के बाद कांग्रेस हमलावर भूमिका में आ गयी है। आज कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरएसएस और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। कहा कि जिस समय कांग्रेस के सिपाही आजादी के आंदोलन में लाठियां, गोलियां खा रहे थे उस समय आरएसएस के लोग अपने हिन्दू महासभा के जरिये मुस्लिम लीग के साथ बंगाल और तत्कालीन पंजाब के सिंध में सरकार चला रहे थे। कहा कि जब संविधान सभा के अध्यक्ष भीम राव अम्बेडकर की अगुआई में संविधान पास हुआ और लागू हुआ तो संघ के नेता गोलवलकर ने इस संविधान का यह कहकर विरोध किया कि इसमें भारतीयता नहीं झलकती।
शिखर होटल में प्रेस वार्ता में श्री टम्टा ने कहा कि भागवत के दिव्य ज्ञान की कांग्रेस को जरुरत नहीं है। जबसे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार पर तीखा हमला शुरू किया है तबसे भाजपा और इसके समर्थक अपने अपने बचाव में बयानबाजी में उतर आये है।
श्री टम्टा ने कहा कि विजय माल्या के वित्त मंत्री से मुलाकात के सार्वजनिक होने के बाद वित्त मंत्री ने खुद ही इस्तीफा दे देना चाहिए था, लेकिन सरकार ने भी इस मामले में मौन साधे रखा जिससे सरकार की माल्या को भारत से भगाने में भूमिका साफ़ तौर पर नजर आती है। उन्होने माल्या मसले पर वित्त मंत्री, सीबीआई के अधिकारियो,बैंक अधिकारियों और प्रधानमंत्री कार्यालय की इस भूमिका में संलिप्तता का आरोप लगाते हुए सयुंक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से इस मामले की जाँच की मांग की। पत्रकार वार्ता में राज्यसभा सांसद एंव वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रदीप टम्टा ने १० सितम्बर को कांग्रेस के बढ़ती मंहगाई ,प्रेटोल डीजल, घरेलू गॆस की कीमतों के खिलाफ भारत बन्द को सफल बताते हुए कहा कि देश की जनता केन्द्र की मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों से परेशान होकर कांग्रेस के भारत बन्द में स्वतः स्फूर्ति से शामिल होकर बन्द को सफल बनाया।
श्री टम्टा ने आर एस एस प्रमुख मोहन भागवत के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी को आज के दॊर में उनके प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं हैं । देश के स्वतंत्रता के आन्दोलन में कांग्रेस का गॊरवशाली इतिहास रहा हैं। अनेकों कांग्रेस के नेताओं ने आजादी की लड़ाई में अपनी जान की आहूति दी थी। वहीं आर एस एस के लोग अंग्रेजों के साथ मिलकर स्वतंत्रता के आन्दोलन को लगातार कमजोर कर रहे थें । हिन्दू महासभा के अध्यक्ष श्यामाप्रसाद मुखर्जी के नेतृत्व में बंगाल एंव सिन्ध में सरकारें संचालित कर अग्रेजों को मजबूती दे रहे थे। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत को देश की जनता को स्पष्ट करना चाहिए कि आजादी की लड़ाई में आर एस एस का क्या योगदान रहा हैं। ।
उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ रूपया के कमजोर होने के लिए केन्द्र की मोदी सरकार की आर्थिक नीति को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने 9000 करोड़ के अपराधी विजय माल्या को विदेश भगाने एंव संरक्षण के लिए देश के वित्त मंत्री अरूण जेटली को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने उक्त प्रकरण के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय सहित सीबीआई ऒर वित्त मंत्री को सीधे तॊर पर जिम्मेदार मानते हुए स्वतंत्र ऎंजसी से जांच की मांग की। श्री टम्टा ने केन्द्र एंव प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों पर प्रहार करते हुए कहा कि आज देश एंव प्रदेश की जनता डबल इंजन सरकार से अजीज आ चुकी हैं । 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी एंव सहयोगियों के नेतृत्व में केन्द्र में सरकार बनायेगी।
पत्रकार वार्ता में पूर्व विधायक मनोज तिवारी, जिलाध्यक्ष पीताम्बर पाण्डेय, पूर्व राज्य मंत्री बिटटू कर्नाटक, राजेन्द्र बाराकोटी, गीता ठाकुर, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मोहन सिंह महरा, प्रदेश सचिव त्रिलोचन जोशी, पूर्व पालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी, नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रॊतेला, दीपक मेहता, मोहन सिंग्वाल, संजय दुर्गापाल, अमर बिष्ट आदि
मौजूद रहे।