संभलकर:- यहां हाथ फिसले तो जान जाना है तय

संभलकर:- यहां हाथ फिसले तो जान जाना है तयजान जोखिम में डाल नदी पार कर रहे हैं ग्रामीणपुल नहीं होने से नदी में लकड़ी डाल…

sambhal-kar-jan-jokhim-dal-kar-yatra

संभलकर:- यहां हाथ फिसले तो जान जाना है तय
जान जोखिम में डाल नदी पार कर रहे हैं ग्रामीण
पुल नहीं होने से नदी में लकड़ी डाल कर बनाया मार्ग

उत्तरा डेस्क :- उत्तरकाशी के यात्रा रूट पर प्रसासन भले ही मदद करने की कोशिश करता दिख रहा हो लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में लोग जान जोखिम में डाल कर सफर कर हैं यहां हाथ फिसले नहीं कि जिंदगी की डोर छूटी नहीं तस्वीरें देखते ही झुरझुरी हो जाती है जनपद के सुदूरवर्ती क्षेत्र के 5  गांव फिताडी, रेक्चा,कासला,लिवाड़ी,हरिपुर ,खेड़ा घाटी के लोगों के लिए नदी में पुल न होने से ग्रामीण जान जोखिम में डाल कर जीने को मजबूर है।

ग्रामीणों ने लकडी डाल अपने लिए नदी में बड़े पत्थर के बीच रास्ता बनाया हुआ है। रास्ता भी खतरनाक है लेकिन इनसे गुजरना मजबूरी है जाना इसी रास्ते से है क्योंकि कोई विकल्प नही। यंहा न सरकार न प्रसासन न एसडी आरएफ। बस जिंदगी जीने के लिये एक दूसरे का सहारा है। लोगों को पता है कि एक गलती किसी की भी जान पर भारी पड़ सकती है।


उत्तरकाशी के मोरी ब्लॉक इसका जीता जागता नमूना है| जिस सपने के लिए राज्य बना उनके सपने अभी भी सपने ही रहे