Salute to this campaign of Almora residents, sharing happiness in human life through WhatsApp group blood donors Almora
अल्मोड़ा, 20 अक्टूबर 2022— सोशल मीडिया वर्तमान दौर में संचार और सूचनाओं का त्वरित आदान प्रदान का प्रबल माध्यम हैं।blood donors Almora
जहां बदलते दौर में सोशल मीडिया को कुछ लोग केवल मनोरंजन, गासिप के बाद राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं तो कुछ ने इसे अफवाह और भ्रामक सूचनाएं फैलाने का माध्यम बना डाला है। वहीं समाज में नफरत के बीज बोने में भी कहीं कहीं इस प्रकार के माध्यमों के इस्तेमाल की घटनाएं सामने आती हैं।
इस सबसे इतर अल्मोड़ा में स्थानीय निवासियों ने एक ऐसी मुहिम शुरू की जो इंसानियत और मानव जीवन बचाने में कारगर साबित हो रही है।
इन लोगों ने एक व्हटशप ग्रुप ब्लड डोनर्स अल्मोड़ा(blood donors Almora) नाम से तैयार किया और शुरू कर दी जीवन बचाने की मुहिम, इस ग्रुप में केवल एक मैसेज से ब्लड डोनर की व्यवस्था का मैराथन कार्य ग्रुप के सदस्य शुरू कर देते हैं और अब तक कोई ऐसा अपीलार्थी नहीं होगा जिसने यहां रक्त की जरूरत संबंधी अपील की हो और उसके मदद का प्रयास नहीं हुआ हो। पांच साल पुराना यह समूह आज अधिकांश लोगों की जबान पर है। अल्मोड़ा ही नहीं बल्कि हल्द्वानी और अन्य स्थानों पर भी लोगों की रक्त दान संबंधी मदद कर यह ग्रुप एक प्रबल सेवार्थ समूह की छाप छोड़ रहा है।
पांच साल पहले बनाए गए इस ग्रुप की खाशियत ही मानवता की सेवा है। इस समूह में विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले लोग हैं, विभिन्न राजनीतिक विचारधारा वाले लोग हैं, विभिन्न धर्मों को मानने वाले लोग हैं लेकिन जब भी कभी कोई रक्त संबंधी अपील आती है तो पहला लक्ष्य होता है अपील का निस्तारण कर संबंधित की मदद करना,इसके लिए दिन, रात, ठंडा या बारिस का प्रवाह भी कभी इन हौसलों को डिगा नहीं सका। प्रसव के लिए आने वाली महिलाओं और अन्य जरूरतमंदों को वक्त वे वक्त इस समूह ने निस्वार्थ और निशुल्क सेवाएं प्रदान की हैं।
अलसवेरे हो या अर्द्धरात्रि सेवा भाव में नहीं आती है कोई कमी
blood donors Almora ग्रुप में रक्त जरूरत संबंधी अपील कभी भी आ जाती है। यह कभी आधी रात को आती है तो कभी कभी अल सुबह ही पहुंच जाती है। ऐसे में अपील आने के बाद कई बार रक्तदारा स्वयं सेवी आधी रात या मुंह अंधेरे ही रक्तदान को पहुंच जाते हैं। ऐसे में जिंदगी बचाने की जितनी जद्दोजहद मरीज का तीमारदार करता है उतनी ही अधिकता ग्रुप के सदस्यों के बीच भी दिखाई देती है। अब तक सैकड़ों लोगों को ग्रुप में आए एक मैसेज के माध्यम से ग्रुप से जुड़े स्वंय सेवीयों और रक्तदाताओं के माध्यम से मदद मिल चुकी है। अपने सेवाभाव के चलते ही यह ग्रुप जिले और जिले के बाहर तथा देश के कई हिस्सों में लोकप्रिय है। क्योंकि देश के विभिन्न हिस्सों में संचालित इस प्रकार के ग्रुपों के सदस्यों के साथ इनका जुड़ाव होता है। और कई बार जटिलताओं और अन्य हिस्सों में मदद के लिए यह लोग उनकी मदद भी लेते हैं और उन्हें मदद भी करते हैं।
दिन रात सेवा को तत्पर रहते हैं वॉलिंटियर
यूं तो इस blood donors Almora ग्रुप में 122 सदस्य शामिल हैं सभी अपने अपने स्तर से जनसेवा का प्रयास करते हैं। लेकिन कई बार रक्तदाता बाहर से भी ग्रुप सदस्यों द्वारा बुलाए जाते हैं। यहीं नहीं कोविड काल में इस समूह ने प्लाज्मा डोनेट की मुहिम भी चलाई और हल्द्वानी, देहरादून, नोयडा और दिल्ली में भी लोगों की मदद की। ग्रुप संचालन में 5 एडमिन हैं। जिसमें वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता और वरिष्ठ दवा व्यवसाई बीएस मनकोटी, परितोष जोशी, विनीत बिष्ट, भैरव गोस्वामी, आनन्द मेहता और हेमतिवारी इसका संचालन करते हैं।
ग्रुप एडमिन और इसे सेवा का स्वरूप देने में अहम योगदान देने वाले बीएस मनकोटी का कहना है कि सोशल मीडिया का सेवा के रूप में इस्तेमाल करने के आइडिया पर साथियों ने इस ग्रुप की स्थापना की। यह एक ऐसा प्लेटफार्म है जिसके माध्यम से त्वरित रूप से जानकारियां एक स्थान से दूसरे स्थान चाहे वह कितनी ही दूर क्यों ना हो वहां पहुंचाई जा सकती हैं। उन्होंने बताया कि अब अल्मोड़ा के अलावा समूह के सदस्य अन्य जिलों, देश के विभिन्न हिस्सों में भी कार्य कर रहे हैं। चेन्नई, दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में भी रक्तदाता समूहों से उनका इंटरलिंक किया गया है इससे अन्य हिस्सों में भी लोगों को त्वरित सेवाएं दी जा रही हैं। कई नए रक्तदाता स्वयं सेवी भी इस कार्य में जुड़ रहे हैं। ग्रुप एडमिन सहित सभी लोग सराहनीय भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हाल में ही विश्व रक्तदाता दिवस के दिन उन्हें सम्मानित भी किया गया जो इसी सेवा का प्रतिफल है।
परितोष जोशी का कहना है कि कोविड काल में भी समूह ने पूरी तत्परता से लोगों की सार्थक सेवा की जब किसी जरूरतमंद की रक्त संबंधी जरूरत पूरी होती है तब काफी संतोष मिलता है।
विनीत बिष्ट का कहना है कि यह ग्रुप पूरी तरह मानवता को समर्पित है। लोग पूरे विश्वास के साथ उनसे अपील करते हैं और वह कोशिश करते हैं कि सभी की मदद की जा सके उन्होंने बताया कि पूर्व में एक रियर ब्लड डोनेट केस में अल्मोड़ा के अमन अंसारी आधी रात को अस्पताल पहुंचे जबकि अपील शेयर किए कुछ ही मिनट हुए थे । उन्होंने कहा कि यह ग्रुप निस्वार्थ रूप से लोगों की मदद करने का प्रयास करता है।
आनंद मेहता का कहना है कि वह बेस चिकित्सालय में कार्यरत हैं उन्होंने कड़ाके की ठंड में रात के एक बजे भी रक्तदाता को रक्तदान करने के लिए आता देखा है।
भैरव गोस्वामी ने कहा कि जब रक्तदान के बाद किसी की जिंदगी बचे तो वह दिन काफी सुूकून भरा और सार्थकता लिए होता है। यह ग्रुप याद दिलाता है कि इंशानियत की मदद को स्वयं सेवक किस तरह निस्वार्थ भाव से आगे आते हैं।
आप भी ले सकते हैं इस समूह की मदद
यदि आप भी आपत्तिकाल या बीमारी के चलते ग्रुप से मदद लेना चाहते हैं या रक्तदान कर किसी की सहायता करना चाहते हैं तो मदद कर सकते हैं और मदद ले भी सकते हैं। आप किसी को मदद करना चाहें या मदद लेना चाहे तो समूह के एडमिन सदस्यों को 9412093636, 9410741122, 9412962274,9720006299,9917327776 और 9410305050 पर वह्टशप कर रक्तदान करने की ईच्छा और मदद की अपील कर सकते हैं। ध्यान रहे आप केवल व्हटशप का उपयोग करें तो बेहतर रहेगा क्योंकि सभी को टेलीफोनिक मदद दिया जाना इन एडिमिंस द्वारा संभव नहीं हो पाएगा वह्टएप पर आप अपना नाम और मोबाईल नंबर जरूर डालें।
आप रक्तदान कर मदद भी करें ताकि किसी की जान बचाई जा सके क्योंकि खून को ना तो बनाया जा सकता है और न ही खरीदा जा सकता है। इस मुहिम को चलाने वाले लोगों की सराहना करें, उनकी इस मुहिम में सहयोगी बन मदद करें ताकि किसी की जिंदगी बचाकर खुशियों के दीप जलाए जा सके, आप सभी को दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएं।