रोटा वायरस प्रतिरोधक कार्यक्रम को बनाये सफल : जिलाधिकारी

अल्मोड़ा। रोटा वायरस को नियं​त्रित करने के लिये चलाये जा रहे कार्यक्रम के तहत जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने बच्चों को प्रतिरोधक टीके की बूंदे…

अल्मोड़ा। रोटा वायरस को नियं​त्रित करने के लिये चलाये जा रहे कार्यक्रम के तहत जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने बच्चों को प्रतिरोधक टीके की बूंदे पिलाकर लोगों से इस अभियान को सफल बनाने की अपील की। जिलाधिकारी ने कहा कि इस टीके से बच्चों को होने वाले गंभीर दस्त की रोकथाम में मदद मिलेगी।


जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एके सिंह ने बताया कि यह रोटा वायरस एक संक्रामक वायरस हैं और यह बच्चों में दस्त का सबसे बड़ा कारण होता है। यह बच्चों के लिये जानलेवा साबित हो सकता है।अगर समय रहते इससे इलाज ना किया गया तो यह जानलेवा साबित हो सकता है। उन्होने बताया कि भारत में हर वर्ष 32 लाख से ​अधिक बच्चे इससे पीड़ित होते है जिनमें से 78 हजार बच्चों की मृत्यु होने के आंकड़े सामने आये है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विनीता शाह ने बताया कि रोटा वायरस दस्त का खतरा पूरे विश्व में सभी बच्चों को होता है। कुपोषित बच्चों का समय से इलाज ना हो तो बच्चें की जान को खतरा हो सकता है। रोटा वायरस आम तौर पर संक्रामक बीमारी है जो पीड़ित बच्चों से स्वस्थ बच्चों में फैल जाता है। दूषित पानी,दूषित खाने और दूषित हाथों से फैलने की इसकी संभावना ज्यादा होती है। उन्होने बताया कि रोटा वायरस को फैलने से रोकने के लिये प्रतिरोधिक वैक्सीन कारगर साबित होता है। 5 बूंदो की यह खुराक नियमित टीकाकरण अभियान छठे,10 वें और 14 वें सप्ताह में दी जायेगी।
सतीश चन्द्र सती के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में जिला चिकित्सालय के प्रमुख अधीक्षक डॉ प्रकाश वर्मा,अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सविता हंयाकी,डॉ दीपक गर्ब्याल,डॅा प्रीति पंत,डॉ बीबी जोशी,इंद्र सिंह, कैलाश भगत,इंद्रा तेवाड़ी, जानकी, मोहित पाण्डे,सादिया अजमल,सुंदर जीना,मोहन लाल, दीपक भट्ट आ​दि मोजूद रहे।