उत्तराखंड सरकार ने इस वर्ष की चारधाम यात्रा को लेकर एक अहम निर्णय लिया है, जिससे तीर्थयात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। अब बदरीनाथ और केदारनाथ समेत चारों धामों की यात्रा के लिए आधार आधारित ऑफलाइन पंजीकरण के दौरान वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) दर्ज करना अनिवार्य नहीं होगा। सरकार की इस नई व्यवस्था के तहत यदि कोई तीर्थयात्री समूह में यात्रा कर रहा है, तो उनमें से एक व्यक्ति सभी का पंजीकरण कर सकेगा। यह बदलाव विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद साबित होगा, जिनके पास तकनीकी संसाधन सीमित हैं या जो डिजिटल प्रक्रिया से अनभिज्ञ हैं।
28 अप्रैल से पंजीकरण केंद्रों की शुरुआत की जा रही है, जिनमें हरिद्वार में 20, ऋषिकेश में 30 और विकासनगर में 15 रजिस्ट्रेशन काउंटर खोले जाएंगे। इसके अतिरिक्त पर्वतीय जिलों में भी तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए रजिस्ट्रेशन काउंटर स्थापित किए जा रहे हैं। रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को सुचारु और सहज बनाने के लिए शासन ने विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
20 मार्च से अब तक 13 लाख से अधिक श्रद्धालु पंजीकरण कर चुके हैं। इनमें से 16,500 श्रद्धालुओं ने अपनी यात्रा निजी वाहनों से करने की सूचना दी है। यात्रा मार्गों की स्थिति में सुधार लाने के निर्देश 25 अप्रैल तक के लिए दिए गए हैं, ताकि यात्रियों को रास्ते में