शानदार प्रयास: अल्मोड़ा के रवि ने बनाई ऐसी मशीन(fire extinguisher) , जो चुटकियों पर पाएगी जंगलों की आग पर काबू

Ravi of Almora made such a machine (fire extinguisher), which will be able to control forest fire at a pinch अल्मोड़ा, 05 अप्रैल 2022- गर्मी…

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Ravi of Almora made such a machine (fire extinguisher), which will be able to control forest fire at a pinch

अल्मोड़ा, 05 अप्रैल 2022- गर्मी शुरु होते है उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में जंगलों की आग से करोड़ों की वन संपदा राख हो जाती है। वन विभाग पुराने और पारंपरिक तरीके से आग को बुझाने में लगा रहता है।(fire extinguisher)

इधर अल्मोड़ा जिले के धौलादेवी निवासी रवि टम्टा नें आग को बुझाने (fire extinguisher)के लिए नई तकनीक की मशीन विकसित की है जिससे आसानी से आग को बुझाया जा सकती है। मशीन भी काफी हल्की है। रवी ने जो मशीन बनाई है वह इलेक्ट्रिक और ईंधन दोनों से चलती है इसका प्रदर्शन वह विभागीय अधिकारियों के सम्मुख कर चुके हैं।

Wow:अल्मोड़ा के रवि ने बनाई ऐसी मशीन,जो चुटकियों में पाएगी जंगलों की आग पर काबू

रवि टम्टा की इस मशीन से अब बिना पानी के भी वनाग्नि पर नियंत्रण पाया जा सकेगा। धौलादेवी विकासखंड के दुनाड़ गांव निवासी रवि टम्टा की इस रिसर्च की इन दिनों काफी सराहना हो रही है। अगर सब ठीक रहा तो वह दिन दूर नहीं जब वन विभाग कर्मियों के पास भी वनाग्नि रोकने के लिए इस तरह की मशीन(fire extinguisher) दिखाई देगी।

fire extinguisher
अल्मोड़ा जिले के धौलादेवी निवासी रवि टम्टा नें आग को बुझाने (fire extinguisher)के लिए नई तकनीक की मशीन विकसित की है जिससे आसानी से आग को बुझाया जा सकती है

बताते चलें कि वन संपदा वाले राज्य उत्तराखंड में वनाग्नि (forest fire)एक बड़ी समस्या है। यहां गर्मियों के सीजन में जंगल की आग लाखों की वनसंपदा को खाक कर देती है। यही नहीं पशु, पक्षी और पर्यावरण को भी इससे भारी नुकसान पहुंचता है। वनाग्नि(fire extinguisher) की घटनाओं को काबू में करने के लिए ही रवि टम्टा ने एक ऐसी मशीन बनायी है, जो कि बिना पानी के आसानी से आग को बुझा देती(fire extinguisher) है।

इलेक्ट्रिक और पेट्रोल से चलती है यह मशीन(fire extinguisher)

यह मशीन इलेक्ट्रिक और पेट्रोल दोनों से चलती है।
यह काफी हल्की एक व्यक्ति आसानी से उपयोग कर सकता है। यह मशीन बहुत कम लागत के साथ कम समय में आग पर काबू पा लेती है। पहाड़ की विषम भौगोलिक परिस्थितियों में पानी के सहारे आग बुझाने असंभव ही हो जाता है। जिससे छोटी की आग से कभी-कभी हालात बेकाबू भी हो जाते है। इलेक्ट्रिक ढाई किलो व पेट्रोल वाली मशीन का वजन चार किलो ही है जिसे एक आदमी आराम से उठा सकता है। पेट्रोल वाली मशीन बनाने में 12 से 15 हजार व इलेक्ट्रिक वाली मशीन 18-20 हजार रुपये लागत आती है। रवि के मुताबिक इस मशीन का डेमो वह मुख्यविकास अधिकारी और डीएफओ के सामने प्रस्तुत कर चुके हैं।

मशीन (fire extinguisher)बनाने वाले रवि ने साइंस स्ट्रीम से किया है इंटर

रवि टम्टा ने 12 वीं की पढ़ाई साइंस स्ट्रीम से की। जिसके बाद ओपन यूनिवर्सिटी से उन्होंने स्नातक किया है। वह पहाड़ की समस्याओं के समाधान के लिए कई प्रयोग वह कर चुके हैं, उनका कहना है कि इससे पहले पर इलेक्ट्रानिक वाहनों के चार्जर, बांस बनने की मशीनें आदि भी बना चुके हैं।

सस्ती पड़ेगी आग बुझाने की यह मशीन (fire extinguisher)

यह उपकरण अन्य आग बुझाने वाले उपकरणों से काफी सस्ता है। जंगल में अब तक आग बुझाने के लिए पानी या अन्य साधनों का उपयोग किया जाता था, जो काफी महंगे होते हैं। इसकी मदद से आसानी से आग पर बहुत कम समय मे काबू पाया जाता है।