Ramlila of Hookka Club: Ram became a forest dweller, Dasharatha gave up his life
अल्मोड़ा, 20 अक्टूबर – श्री लक्ष्मी भंडार हुक्का क्लब अल्मोड़ा में रामलीला के पांचवे दिन राम वन गमन का मार्मिक मंचन किया गया।
लीला में राम वन गमन, सुमंत विलाप , केवट प्रसंग वनवासी प्रसंग, भिल्ल प्रसंग, श्रवण भक्ति, दशरथ मरण सहित भरत मिलाप का सुंदर मंचन किया गया।
पात्रों द्वारा किए गए अभिनय से जनता मंत्र मुग्ध हुई और दर्शकों ने पात्रों की भूरी भूरी प्रशंसा की।
केवट मिलन के सुंदर प्रसंग में जहां दर्शकों को अपने साथ जोड़ा रखा वही श्रवण भक्ति में दर्शकों में उत्साह देखा गया।
चित्रकूट में भारत में लाभ के दौरान राम को मिले पिता के निधन की खबर संबंधी प्रसंग ने दर्शकों की आंखों में आंसू ला दिए।
पंचम दिवस के कार्यक्रम का उद्घाटन कांग्रेस महिला जिला अध्यक्ष राधा बिष्ट द्वारा किया गया उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि श्री लक्ष्मी भंडारों हुक्का क्लब की रामलीला विश्व प्रसिद्ध रामलीला है और अल्मोड़ा में रहने वाला व्यक्ति काम से कम एक बार रामलाल मंचन को देखने का मन अवश्य बनता है आज भी अल्मोड़ा से बाहर रहने वाले लोग श्री लक्ष्मी भंडार की रामलीला के विषय में वार्ता करते हैं और किसी न किसी माध्यम से उसे जोड़ने का प्रयास करते हैं।
उन्होंने सभी पात्रों और सदस्यों को इस कार्यक्रम हेतु साधुवाद दिया और बधाई दी विशिष्ट अतिथि के रूप में सामाजिक कार्यकर्ता संजय वर्मा टेनी ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई रामलीला मंचन में राजेंद्र प्रसाद तिवारी, विनीत बिष्ट ,रोहित शाह, मनोज साह, ललित मोहन साह, त्रिभुवन गिरी महाराज, भरत गोस्वामी,वीरेंद्र बिष्ट , हरेन्द्र वर्मा, चंद्रशेखर कांडपाल, अभय उप्रेती मणिकरण गुप्ता परितोष जोशी विजय चौहान हर्षवर्धन वर्मा, चंचल तिवारी, राजन बिष्ट, चंदन आर्य , प्रमोद कुमार, अजय शाह, संजय शाह, सुंदर जनोटी , दिनेश रावत, यश साह, दीक्षा साह, कैलाश शाह आदि अनेक लोगों ने अपना सहयोग प्रदान किया।