डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को एक बार फिर से 21 दिन की फरलो मिली है। हरियाणा सरकार की ओर से राम रहीम को बड़ी राहत दी गई है। फरलो दिल्ली के बाद 9 अप्रैल सुबह-सुबह पुलिस सुरक्षा के बीच राम रहीम सिरसा डेरा पहुंच गया है।
राम रहीम को लेने खुद हनीप्रीत पहुंची थी। इस बार वह सिरसा डेरा में ही रहेगा। राम रहीम को यह राहत डेरा सच्चा सौदा के स्थापना दिवस की वजह से मिली है। 29 अप्रैल को डेरा सच्चा सौदा की स्थापना दिवस है जिसे लेकर एक बड़ा कार्यक्रम भी होगा।
इससे पहले राम रहीम को दिल्ली चुनाव से पहले 30 दिन की पैरोल मिली थी। इस तरह पिछले 4 सालों में कुल 13वीं बार राम रहीम बाहर आया है। अगस्त 2017 में दो शिष्यों से रेप के लिए उसे 20 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी।
28 जनवरी को उसे 30 दिनों की पैरोल दी गई थी। इस दौरान पहली बार और सिरसा में अपने डेरे में 10 दिनों तक रुका था। इसके बाद वह उत्तर प्रदेश के बागपत में रहा था। राम रहीम इससे पहले 20 दिन की पैरोल दी गई थी।
यह पैरोल पिछले साल 5 अक्टूबर को हरियाणा में मतदान से चार दिन पहले दी गई थी। पिछली बार उसने अपने पिता मगहर सिंह की पुण्यतिथि 5 अक्टूबर का हवाला देते हुए पैरोल मांगी थी, जिसे परमार्थी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
पिछले साल अक्टूबर से पहले हरियाणा सरकार ने राम रहीम को अगस्त में 21 दिन की पैरोल दी थी जो 2 सितंबर को समाप्त हो गई थी। राम रहीम फिलहाल राज्य की राजधानी चंडीगढ़ से ढाई सौ किलोमीटर दूर रोहतक की उच्च सुरक्षा वाली सुनारिया जेल में बंद है।
हाई कोर्ट ने राम रहीम की अपनी दत्तक बेटियों की शादी समारोह में शामिल होने के लिए पैरोल की याचिका खारिज कर दी थी।
राम रहीम को दो महिलाओं के साथ रेप के मामले में अगस्त 2017 में 20 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। पंचकूला की एक विशेष सीबीआई अदालत ने 2019 में उन्हें और तीन अन्य को 16 साल पहले एक पत्रकार की हत्या के लिए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
25 अगस्त 2017 को दोषी करार होने के बाद पंचकूला और सिरसा में हिंसा भड़क उठी थी, जिसमें 41 लोग मारे गए और 260 से अधिक घायल हो गए थे।