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अल्मोड़ा:02अप्रैल— रामनवमी(ram navami) जैसे महापर्व पर लॉक डाउन का पूरा असर अल्मोड़ा में भी देखने को मिला, सरकार और प्रशासन की अपील के बाद लोगों ने घरों में रहना ही उचित समझा।
मंदिर में सुबह से कोई नहीं पहुंचा अलबत्ता दो पुजारी वहां जरूर मौजूद थे जिनका कहना था कि उन्होंने ही मदिर में दिया—बाती की है और सुबह से वहां कोई नहीं आया है।
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रामनवमी (ram navami)को अल्मोड़ा के ऐतिहासिक रामशिला मंदिर में एकदम सन्नाटा रहा जिस मंदिर में हर साल सैकड़ों श्रद्धालुओं का आना जाना रहता था यहां दिन भर मंदिर में पूजा अर्चना और दर्शनों के लिए लोगों की लंबी लंबी कतारें लगी रहती थीं।
मालूम हो कि अल्मोड़ा के मल्ला महल (अब कलक्ट्रेट) में भगवान राम की चरण पादुकाओं की पूजा अर्चना होती है।
यह मंदिर राजा रुद्र चंद द्वारा 1588 को बनाया गया तब से यहां लगातार रामनवमी को भगवान राम की पूजा करने लोग पहुंचते हैं। लोगों का कहना है कि उनकी जिंदगी में यह पहला मौका है जब मंदिर में रामनवमी जैसे पर्व पर भी कोई नहीं पहुंचा। धर्मानंद नाम के पुजारी ने कहा कि सुबह से वह यहां आए हैं लेकिन अभी तक मंदिर में कोई नहीं आया।
लोगों ने प्रशासन और सरकार की अपील का पूरा पालन किया है और कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए पूरी तरह लॉक डाउन का पालन किया है।