राम वनवास के भावुक प्रसंग से नम हो आई श्रद्धालुओं की आंखें

लक्ष्मेश्वर में चल रही राम कथा में उमड़ रही है भीड़ अल्मोड़ा:- नवरात्र के चौथे दिन दुर्गा महोत्सव लक्ष्मेश्वर में आयोजित संगीतमयी श्रीराम कथा में…

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लक्ष्मेश्वर में चल रही राम कथा में उमड़ रही है भीड़

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अल्मोड़ा:- नवरात्र के चौथे दिन दुर्गा महोत्सव लक्ष्मेश्वर में आयोजित संगीतमयी श्रीराम कथा में कथावाचक आचार्य कॆलाश चन्द्र लोहनी शास्त्री जी ने राम सीता के वनगमन का सुन्दर एंव भावपूर्ण प्रस्तुति दी। इस अवसर पर उन्होंने कॆकयी मंथरा एंव दशरथ कॆकयी एंव राम केवट  के बीच संवाद का विस्तार से वर्णन करते हुए कहा कि मनुष्य के जीवन में उसके कर्मों का बहुत बड़ा उद्देश्य होता हॆ। उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम ने  अपने पिता  की आज्ञा का पालन करते हुए वनवास गमन किया । साथ ही साथ माता सीता ने अपनी पत्नी धर्म का पालन करते हुए अपने पति का साथ निभाया।भ्राता लक्ष्मण ने अपने बड़े भाई का साथ  देकर एक भाई के कर्तव्य का पालन किया ।उन्होने कहा कि जीवन में परिवार का बहुत बड़ा महत्व हैं। इसलिए सभी को अपने परिवार में एकता का अटूट बंधन बनाये रखना ही एक सफल जीवन का उद्देश्य हैं। कथा में उन्होंने एक से एक संगीतमयी भजनों की प्रस्तुति कर पूरे वातावरण को भक्ति मय बना दिया। संगीत में पंडित सतीश जोशी, भुवन लोहनी, राजेन्द्र पन्त, चन्द्रशेखर जोशी, संजय भट्ट , गिरीश लोहनी ने सहयोगी की भूमिका निभायी। 
    लक्ष्मेश्वर, रानीधारा, जाखनदेवी, पाण्डेखोला, कर्नाटकखोला सहित नगर के विभिन्न मोहल्लों से बड़ी संख्या में महिलाओं एंव भक्तों ने मां दुर्गा एंव श्रीरामकथा का श्रवण किया।
  यजमान नमित चन्द्र जोशी एंव विधा जोशी ऒर गगन पाण्डेय एंव प्रीति पाण्डेय ने मां दुर्गा एंव कथाव्यास की आरती कर लोककल्याण की कामना की।
   सांयकाल माता की महाआरती में सैकड़ों भक्तों ने माता का आर्शीवाद प्राप्त किया।
इस अवसर पर समिति के संरक्षक हेम चन्द्र जोशी, त्रिभुवन पन्त, संयोजक त्रिलोचन जोशी,अध्यक्ष अमित साह,अमरनाथ रावत, सचिव सुनील कर्नाटक उपसचिव पीयूष भट्ट, विनय पाण्डेय, तारू पाण्डेय, महेन्द्र रावत, भावेश पाण्डेय,  बंशीधर डालाकोटी, त्रिलोचन बेलवाल, मोहन चन्द्र जोशी, हेमन्त पाण्डेय आदि व्यवस्था में जुटे रहे।