देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पेपर लीक मामले के आरोपी आउटसोर्सिंग कम्पनी के मालिक राजेश चौहान अरबों की संपत्ति का मालिक है। बताया जा रहा है कि उसकी दो कंपनियों आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड और आरएमएस टेक्नोटच सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड का टर्नओवर 111 करोड़ रुपया है। साथ ही वह उत्तरप्रदेश के लखनऊ में लखनऊ इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में भी पार्टनर है।
दरअसल आउटसोर्सिंग कम्पनी के मालिक राजेश से पेपर खरीदकर केंद्रपाल ने अपनी चेन बनाई और फिर कर्मचारियों ने अपनी चेन बनाकर करोड़ों रुपये के वारे न्यारे कर डाले। अभी तक कुल मिलाकर 300 से अधिक अभ्यर्थियों तक पेपर पहुंचने की जानकारी एसटीएफ को मिल चुकी है। एसटीएफ के अनुसार धामपुर में राजेश चौहान के कई रिश्तेदार रडार पर हैं जिनकी जल्द ही गिरफ्तारियां की जाएंगी।
इसके अलावा एसटीएफ को उसकी कई नामी संपत्तियों का पता चला है। उसके बारे में भी एसटीएफ प्रवर्तन निदेशालय को पत्र लिखने जा रही है। ताकि, उसकी संपत्तियों की जांच कर जब्त किया जा सके। एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि राजेश चौहान की लखनऊ में कुछ संपत्तियों के बारे में पता चला है। इसके अलावा उसकी और परिवार के नाम पर कई और संपत्तियां भी हो सकती हैं इसलिए जानकारियां जुटाई जा रही हैं। उसकी पत्नी के नाम पर एक फ्लैट भी है। बताया जा रहा है कि राजेश की सीतापुर में भी बहुत सी संपत्तियां हैं।