अल्मोड़ा। इसे कहते हैं सरकारी आदेश, जिसे मानना अधिकारी और कर्मचारी के लिए आवश्यक होता है। लेकिन कभी कभी यह मामले चर्चा का विषय बन जाते हैं। शनिवार को गणतंत्र दिवस की धूम के दौरान इस अवसर पर केन्द्रीय कपडा राज्य मंत्री एवं प्रभारी मंत्री डा. हरक सिंह रावत द्वारा मुख्यमंत्री उत्कृष्टता एवं सुशासन पुरस्कार 2018 दिये गये इसमें कोसी संवर्द्धन और प्राथमिक शिक्षा में रूपान्तरण में उत्कृष्ठ कार्य के लिए अल्मोड़ा के मुख्य शिक्षा अधिकारी जगमोहन सोनी को सम्मानित किया। इसके अलावा उनके साथ केदारनाथ आपदा में उत्कृष्ट कार्य करने के लिये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी0एन0 मीणा एवं कोसी संवर्द्धन को एवं रूपान्तरण में उत्कृष्ट कार्य करने के लिये मुख्य शिक्षाधिकारी जगमोहन सोनी व उपखण्ड शिक्षाधिकारी गीतिका जोशी को भी पुरस्कृत किया गया। बधाईयों का सिलसिला चल ही रहा था कि सीईओ को अल्मोड़ा से हटाकर अन्यत्र संबद्ध करने की सूचना आ गई। मानो अब तक अपने कार्यों में उत्कृष्ठ माने जा रहे अधिकारी एक पल में गुनहगार जैसे हो गए। हालाकि मामले में सीईओ ने अपने स्तर से कुछ भी नहीं कहा लेकिन पूरा प्रकरण दिन भर चर्चाओं में रहा। क्योंकि अधिकारी को हटाने के लिए अवकाश के दिन भी कार्यालय खोला गया था।
सरकारी सेवा के भी अजब हाल, एक ओर पुरस्कृत किया दूसरी ओर पद से हटाया,मुख्य शिक्षा अधिकारी को गणतंत्र दिवस पर उत्कृष्ठ कार्य के लिए किया पुरस्कृत उसी समय आई हटाए जाने की सूचना
अल्मोड़ा। इसे कहते हैं सरकारी आदेश, जिसे मानना अधिकारी और कर्मचारी के लिए आवश्यक होता है। लेकिन कभी कभी यह मामले चर्चा का विषय बन…