Pithoragarh- भर्ती घोटालों को लेकर भड़का रोष, सैकड़ों युवाओं ने निकाली आक्रोश रैली

पिथौरागढ़। उत्तराखंड में यूकेएसएसएससी, विधानसभा सचिवालय सहित तमाम भर्तियों में हुए घोटालों के खिलाफ शुक्रवार को सैकड़ों युवाओं ने जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ में आक्रोश रैली…

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पिथौरागढ़। उत्तराखंड में यूकेएसएसएससी, विधानसभा सचिवालय सहित तमाम भर्तियों में हुए घोटालों के खिलाफ शुक्रवार को सैकड़ों युवाओं ने जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ में आक्रोश रैली निकाली और भर्ती घोटालों की सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई जांच कराने की मांग उठाई।

शुक्रवार को पिथौरागढ़ बेरोजगार संगठन के बैनर तले नगरपालिका कार्यालय के पास स्थित रामलीला मैदान में शुक्रवार को बड़ी संख्या में युवा एकत्रित हुए। विभिन्न नारे लिखे प्ले कार्ड और तिरंगा थामे युवाओं ने रामलीला मैदान से नारेबाजी के साथ आक्रोश रैली शुरू की, जो नगर के विभिन्न मार्गो से होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची, जहां निर्धारित धरना स्थल पर एक सभा की गई।

इस दौरान बेरोजगार संगठन के प्रतिनिधियों और अन्य युवा वक्ताओं ने कहा कि वीडीओ और वीपीडीओ स्नातक स्तरीय परीक्षा में पेपर की बड़े स्तर पर हुई खरीद फरोख्त हुई है इसलिए इस परीक्षा को निरस्त कर दोबारा परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए। उन्होंने यूकेएसएसएससी, यूकेपीएससी, विधानसभा सचिवालय, सहकारिता विभाग, उच्चाशिक्षा, स्वास्थ्य विभाग, एई – जेई पंतनगर व एसटीएफ के पास जांच वाली भर्तियों में भ्रष्टाचार की व्यापक जांच उच्च न्यायालय या सर्वोच्च न्यायालय के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई से कराने की मांग की, ताकि शिक्षित और योग्य युवाओं का भविष्य बर्बाद न हो और दोषियों को सजा मिल सके।

युवाओं ने कहा कि प्रदेश की सरकारी नौकरियों में उत्तराखंड की महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण दिया जाए। इसके मद्देनजर सरकार सर्वोच्च न्यायालय जाने की बजाय अध्यादेश लाकर राज्य की महिलाओं के साथ न्याय करे। इसके अलावा सख्त नकल रोधी कानून का ड्राफ्ट जल्द एक निश्चित समयांतराल में तैयार कर लागू करने से पूर्व उसे युवाओं के समक्ष भी प्रस्तुत करने, आयोग द्वारा यूकेएसएसएससी और यूकेपीएससी की परीक्षाओं का वार्षिक कैलेण्डर जारी करने, सभी परीक्षाओं को एक ही पाली में आयोजित करवाकर सरलीकरण के कारण अभ्यर्थियों के साथ हो रहे अन्याय पर रोक लगाने की मांग की। विवादित परीक्षाओं की जांच कर अनियमितताएं पाये जाने पर तत्काल कठोर कार्रवाई, निर्विवादित परीक्षाओं के लिए कार्यवाही शीघ्र करने, बैकडोर से होने वाली सभी भर्तियों पर पूर्ण रूप से रोक लगाने सहित अनेक मुद्दे उठाए।
वक्ताओं में छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष हेमंत खाती, यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव ऋषेंद्र महर, युवा नेता चंचल बोरा सहित अनेक युवा शामिल थे।