प्रधानमंत्री मोदी का पिथौरागढ़ दौरा, 42 मिनट के भाषण में लोगों को बांधे रखा पीएम ने

पिथौरागढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को जनपद पिथौरागढ़ भ्रमण के दौरान उत्तराखंड से जुडी 42 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया, जिसमें…

Prime Minister Modi's visit to Pithoragarh, PM kept people engaged in his 42 minute speech

पिथौरागढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को जनपद पिथौरागढ़ भ्रमण के दौरान उत्तराखंड से जुडी 42 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया, जिसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर, ऊर्जा, पेयजल, खेल, कृषि – उद्यान तथा आपदा प्रबंधन से जुड़ी 23 परियोजनाएं शामिल हैं। जिला मुख्यालय में स्थित सुरेंद्र सिंह वल्दिया स्पोर्ट्स स्टेडियम में एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान उन्होंने उत्तराखंड को यह सौगात दी। लगभग 42 मिनट के अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने देवभूमि उत्तराखंड और उसकी संस्कृति की महत्ता को तो अपने अंदाज में बयां किया ही, देवभूमि उत्तराखंड अपने जुड़ाव को बार-बार रेखांकित किया और हजारों की संख्या में मौजूद लोगों और अन्य माध्यमों से उनको देख सुन रहे उत्तराखंड के लोगों को गर्व और खुशी का एहसास भी कराया। इसी का असर था कि संबोधन के बीच में लोग बार बार नरेंद्र मोदी ज़िंदाबाद के नारे लगाते रहे।

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प्रधानमंत्री मोदी ने देवभूमि के मेरे प्यारे परिवारजनों सबको प्रणाम से अपने संबोधन की शुरुआत की और कहा कि आज उत्तराखंड ने कमाल कर दिया। ऐसा दृश्य देखने का सौभाग्य शायद ही किसी को मिला है। उन्होंने कहा कि आज सुबह से जहां-जहां में गया लोगों का अपार स्नेह, प्यार और आशीर्वाद मिला। ऐसा लग रहा था जैसे स्नेह की गंगा बह रही हो।


प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड के अनेक प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों और देवी देवताओं का नाम लेते हुए कहा कि यहां आने से पहले मैंने आदि कैलाश, पर्वती कुंड और जागेश्वर धाम के दर्शन किए और सभी लोगों के अच्छे स्वास्थ्य, देश के विकास और मजबूती की कामना की। मैंने उत्तराखंड की सभी समस्याओं के समाधान के लिए आशीर्वाद मांगा है। उन्होंने खुद को उत्तराखंडी परिवार का एक सदस्य बताया।
प्रधानमंत्री ने हाल में संसद द्वारा महिलाओं के लिए 33 फीसद आरक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित करने को लेकर कहा कि यह माताओं बहनों के आशीर्वाद से संभव हो पाया है। उस वक्त भी उत्तराखंड से बहनों ने मुझे चिट्ठियां लिखीं। उन्होंने कहा कि आज भारत का पूरी दुनिया में डंका बज रहा है। उन्होंने अपने चिर परिचित अंदाज में लोगों से पूछा कि डंका बज रहा है कि नहीं, इस पर लोगों ने हां में जवाब दिया। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि एक समय था जब पूरा देश निराशा के हाल में था। लोग हर मंदिर में जाकर यही प्रार्थना करते थे कि देश को इस निराशा से मुक्ति मिले। कहा कि चुनौतियों से घिरी दुनिया में भारत की आवाज बुलंद होती जा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल में संपन्न हुए जी-20 शिखर सम्मेलन में भी दुनिया ने भारत का लोहा माना है।


प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि पिछले 5 -7 वर्षों में साढ़े 13 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं। उन्होंने फिर कांग्रेस पर तंज कसा कि पहले के लोग कहते थे इस गरीबी को हटाओ, लेकिन आज मोदी कह रहा है कि हम सभी लोग मिलकर गरीबी को हटाएंगे।


उन्होंने कहा कि आज भारत का चंद्रयान वहां पहुंचा है जहां दुनिया का कोई देश नहीं पहुंचा। मोदी ने इस सफलता को फिर उत्तराखंड से जोड़ते हुए कहा कि जहां चंद्रयान पहुंचा है, उस जगह को शिव शक्ति नाम दिया गया है। देखें तो उत्तराखंड का नाम वहां भी पहुंचा है और यहां उत्तराखंड में शिव शक्ति डगर डगर में साक्षात दिखती है।


मोदी ने खेल उपलब्धियों के माध्यम से भी उत्तराखंड के लोगों को गर्व का अहसास दिलाने प्रयास किया। कहा कि एशियन गेम्स में पहली बार देश ने पदकों की सेंचुरी लगाई है। उत्तराखंड के भी आठ बेटे बेटियां इसमें शामिल हैं। उन्होंने लक्ष्य सेन और वंदना कटारिया का नाम लिया और बताया कि लक्ष्य जब भी बेहतर करता है उसके परिवार के लोग मुझे बाल मिठाई भेजते हैं। इस दौरान उन्होंने लोगों से अपने मोबाइल फोन निकालने को कहा। प्रधानमंत्री ने लोगों से अपने मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाकर एशियाई गेम्स और उत्तराखंड के इन खिलाड़ियों का अभिनंदन करने की अपील की और लोगों ने वैसा ही किया।


उन्होंने कहा कि सरकार खेल व खिलाड़ियों के लिए बहुत कुछ कर रही है। खिलाड़ियों को खेलने के लिए दूर न जाना पड़े, इसके लिए जगह-जगह खेल मैदान तैयार किये जा रहे हैं। आज ही हल्द्वानी में हॉकी स्टेडियम और रुद्रपुर में वैलोड्रम स्टेडियम का शिलान्यास हुआ है, जिससे उत्तराखंड के युवाओं को फायदा होगा।


प्रधानमंत्री ने सैन्य बहुल उत्तराखंड की नब्ज पर भी हाथ रखा और कहा कि वन रैंक वन पेंशन की वर्षों पुरानी मांग हमारी सरकार ने पूरी की है । 70 हजार करोड़ रुपया अब तक इसमें खर्च किया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के हर परिवार में वीर पुत्र हैं। यहां की माताओं ने वीर पुत्रों को जन्म दिया है।
प्रधानमंत्री ने बॉर्डर एरिया के विकास को अपनी सरकार की प्राथमिकता बताया और कहा कि आज सड़कों और अन्य विकास के कार्य तेजी से हो रहे हैं। उन्होंने फिर से कांग्रेस और अन्य विपक्षी सरकारों पर अपरोक्ष रूप से निशाना साधा और कहा कि पहले की सरकारों ने सड़कों का विकास इसलिए नहीं किया कि कहीं दुश्मन अंदर ना आ जाए। लेकिन आज का भारत इस डर से बाहर आ गया है। सीमा क्षेत्रों में अनेक सुरंगें, पुल और 4 हजार 200 किलोमीटर लंबी सड़क बन गई हैं।


अब हम बॉर्डर तक रेल लाइन लेकर आ रहे हैं। अब देश के सीमांत गांवों ने अंतिम नहीं, बल्कि देश के पहले गांव के रूप में विकास करना शुरू किया है। वाइब्रेंट विलेज के रूप में जो गांव विकसित हो रहे हैं वहां से पहले पलायन कर गए लोग अब वापस आ रहे हैं। मोदी ने पहाड़ की पीड़ा पर हाथ रखते हुए कहा कि पुरानी कहावत है कि पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी यहां के काम नहीं आती, लेकिन मैंने संकल्प लिया है कि इस अवधारणा को बदल दूंगा।


प्रधानमंत्री ने चार धाम यात्रा में अब तक 50 लाख तीर्थ यात्रियों के आने को एक रिकार्ड बताते हुए कहा कि मुझे मानसखंड को भी उस ऊंचाई पर ले जाना है, जहां केदार खंड, बद्रीनाथ, हेमकुंड साहब और अन्य धाम है। मुझे केदारखंड और मानस खंड दोनों की कनेक्टिविटी दूर करनी है। उन्होंने विश्वास जताया कि जो लोग केदारनाथ, बद्रीनाथ आते हैं, वे अब मानस खंड में आदि कैलाश पार्वती कुंड, ओम पर्वत और जागेश्वर धाम आई जगह पर भी आने वाले हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाला समय टूरिज्म सेक्टर के विकास का है। दुनिया भारत आना चाहती है और उत्तराखंड आए बिना उसकी यात्रा पूरी नहीं हो सकती। अंत में पीएम ने मानसखंड – पिथौरागढ़ के लोगों का अपार स्नेह और आशीर्वाद देने के आभार व्यक्त किया। नैनीसैनी एयरपोर्ट से जनसभा स्थल तक करीब 7 किमी लंबे रास्ते में मोदी ने सड़क के दोनों ओर तथा छतों पर खड़े लोगों का अभिवादन किया। लगभग 2 बजकर 50 मिनट पर वह जनसभा स्थल पहुंचे। प्रधानमंत्री ने करीब सवा 3 बजे अपना संबोधन शुरू किया और 3.57 मिनट पर संबोधन खत्म किया।