तो पीपीपी मोड पर संचालित होगा बागेश्वर का जिला अस्पताल ?  गुपचुप बन रही है प्लानिंग पढ़े पूरी खबर

अल्मोड़ा जिला अस्पताल भी है सूची में बागेश्वर सहयोगी। बागेश्वर जिला अस्पताल को पीपीपी मोड पर देने की तैयारी पूरी हो चुकी है। सूत्रों के…

अल्मोड़ा जिला अस्पताल भी है सूची में

बागेश्वर सहयोगी। बागेश्वर जिला अस्पताल को पीपीपी मोड पर देने की तैयारी पूरी हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल में मौजूद संसाधन, कर्मचारियों और चिकित्सकों की संख्या का आंकड़ा शासन को भेज दिया है। सब कुछ योजना की मार्फत चला तो जल्द ही यह अस्पताल पीपीपी मोड में संचालित होने लगेगा|
शासन ने पीपीपी मोड पर अस्पताल को किस तरह से संचालित किया जायेगा इसका खाका तैयार कर लिया है। सूत्रों के मुताबिक शासन जल्द ही बागेश्वर जिला अस्पताल सहित अल्मोड़ा जिला अस्पताल को भी पीपीपी मोड पर संचालित करने के लिये निजी हाथों में सौप सकता है।
दरसल कुछ समय पहले पर्वतीय क्षेत्रों के अस्पतालों के एक निजी कंपनी के अधिकारियों ने गुप्त दौरा किया था। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से मुलाकात भी की थी। उस समय माना जा रहा था कि यह एक सामान्य प्रक्रिया होगी। करीब छह महिने बाद स्थिति स्पष्ट होने लगी है। हालांकि अभी भी सब कुछ छिपाया जा रहा है। अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।
मालूम हो कि बागेश्वर के कपकोट तहसील के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को पहले ही पीपीपी मोड़ पर दिया जा चुका है। पीपीपी मोड़ पर देने के बाद अस्पताल की स्थिति और भी खराब हो गयी। यही नहीं पूर्व में जहां-जहां भी अस्पतालों को पीपीपी मोड में संचालित किया गया वहां जनांदोलन ही सामने आया | हालिया बास्ति फ़ूड प्वाँइजनिंग केस ने पूरे सिस्टम की पोल खोलकर रख दी थी|
लेकिन अभी यह कवायद की गई तो यह लोकसभा चुनावों में मुद्दा बन सकता है | चुनाव को देखते हुए जहां कांग्रेस सहित अन्य विपक्ष को बैठे बिठाये मौका मिल गया है। आने वाले समय मे सरकार के इस निर्णय के खिलाफ लोग भी सड़कों पर उतर सकते हैं।