जिस आलू के छिलके को कचरा समझकर हम फेंक देते हैं, वही कई बीमारियों के लिए है रामबाण, जानने के लिए पढ़िए पूरी खबर

अक्सर हम आलू की सब्जी या चिप्स बनाते समय आलू के छिलके को वेस्ट प्रोडक्ट समझ कर फेंक देते हैं। पर क्या आपको पता है…

potato peels

अक्सर हम आलू की सब्जी या चिप्स बनाते समय आलू के छिलके को वेस्ट प्रोडक्ट समझ कर फेंक देते हैं। पर क्या आपको पता है कि यह आलू के छिलके आपके शरीर के लिए कितने मददगार हैं। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं।


पूरी दुनिया में शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति हो जो आलू का दीवाना न हो। चाहे देश हो या विदेश हर घर और हर जीभ में अपनी धाक् जमा चुका आलू सब्जियों का राजा कहलाता है। और ऐसा हो भी क्यों ना कोई भी सब्जी आलू के बिना हमेशा अधूरी ही लगती है। आलू चिप्स और पापड़ के तो क्या बच्चे, क्या बूढ़े सभी दीवाने हैं। हम अक्सर आलू को छील कर इस्तेमाल करते हैं, मगर क्‍या आप जानते हैं कि जिस छिलके (Potato Peel) को हम बेकार समझ कर फेंक देते हैं, दरअसल वो पोषक तत्वों का ख़जाना होते है।


एक अध्धयन में यह बात भी सामने आयी है कि आलू में भले ही high carbohydrates हो मगर उसके छिलके में इसकी मात्रा बहुत ही कम होती होती है। इसलिए diabetes के मरीज़ भी आलू के छिलको का इस्तेमाल अपने भोजन में कर सकते हैं। आलू के छिलके में ढेर सारा fibre, protein, minerals, vitamin और phytochemicals होता है। जिसके सेवन से हम कई गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं। तो आइये जानते हैं ऐसी बिमारियों को जिनमे आलू के छिलके किसी वरदान से कम नहीं हैं।


Blood pressure control करने में सहायक
आलू के छिलकों में मौजूद potassium blood pressure के मरीजों के लिए अच्छा माना जाता है। चूँकि potassium युक्त चीजें खाने से ब्लड प्रेशर नहीं बढ़ता है। इसलिए blood pressure के मरीज़ों के लिए आलू का छिलका एक बहुत अच्छा विकल्प है। नियमित रूप से छिलके वाले आलू की सब्जी के सेवन करने से ब्लड प्रेशर control में आ जाता है जिससे उच्च रक्तचाप से राहत मिल जाती है।


हड्डियों के लिए अच्छा
आलू के छिलकों में पोषक तत्वों का भंडार होता है जिसमें iron, potassium, magnesium, phosphorus, calcium, तांबा और जस्ता भी शामिल हैं। जो हमारी हड्डी की संरचना और मजबूती के रख-रखाव के लिए बेहद आवश्यक होते हैं। National institute of health के विशेषज्ञों के अनुसार, आलू के छिलके का सेवन हड्डियों के घनत्व को बनाए रखने में मदद कर सकता है और इतना ही नहीं रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को भी ये कम कर सकता है।


एनीमिया की समस्या में राहत
एनीमिया की समस्या शरीर में खून की कमी कारण होती है। कमजोरी और चक्कर एनीमिया का प्रमुख कारण है। ज्यादातर महिलाओं में एनीमिया की कमी पाई जाती है। खून की कमी होने पर आयरन युक्त चीजे खाने से लाभ मिलता है। चूँकि आलू के छिलको में आयरन की प्रचुर मात्रा पायी जाती है इसलिए एनीमिया होने पर छिलके वाले आलू का सेवन अच्छा होता है।


Cancer से बचाव
आलू के छिलके में पाया जाने वाला फाइटोकेमिकल्स एक शक्तिशाली antioxidant है। इसके अलावा, इसमें उच्च मात्रा में क्लोरोजेनिक एसिड भी होता है, जो कार्सिनोजेन (कैंसर पैदा करने वाला यौगिक) के साथ बांधता है।जिससे शरीर में कैंसर होने की सम्भावना कम हो जाती है।


Cholestrol को करता है कम
आलू के छिलके में उच्च फाइबर, antioxidant, पॉलीफेनोल्स और ग्लाइकोकलॉइड्स होते हैं जो हमारे शरीर में जमे cholestrol को कम करने में प्रभावी रूप से काम करते हैं। इसलिए कोलेस्ट्रॉल की परेशानी से जूझ रहे लोगों को आलू का इस्तेमाल छिलके के साथ करना चाहिए।


दिल की बीमारी के खतरे को करता है कम
चूंकि potassium रक्तचाप को कम करने और हृदय को स्‍वस्‍थ बनाए रखने में important भूमिका निभाता है और आलू के छिलके में इनकी प्रचुरता पायी जाती है। इसलिए छिलके का सेवन करने से दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा कम होता है। खास बात ये है की आलू के छिलके में ओमेगा -3 फैटी एसिड भी पाया जाता है।जो भी हमारे दिल को स्वस्थ रखने में सहायक होता है।


खून में ग्लूकोज की मात्रा रहती है सही
आलू के छिलके में मौजूद fiber और अन्य पोषक तत्व हमारे खून में शर्करा के स्तर को बढ़ने से रोकते हैं। खास बात यह है की आलू के छिलके मधुमेह के रोगियों के भी अच्छे होते हैं। इस के सेवन से खून में ग्लूकोस के सही स्तर रहने के कारण उन्हें बार -बार भूख लगने की समस्या नहीं होती है।


त्वचा के लिए है वरदान
जी हां,आलू के छिलके बहुत पुराने समय से हो beauty treatments के लिए इस्तेमाल किये जाते हैं। इसके इस्तेमाल से ना सिर्फ आँखों के नीचे आये काले घेरों को हटाया जा सकता है बल्कि त्वचा की खूबसूरती बढ़ाने में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। इतना ही नहीं इसका रोज़ाना इस्तेमाल हमें त्वचा के cancer से भी बचता है।