बड़ी खबर- जगदीश चंद्र हत्याकांड में एक और खुलासा, हत्याकांड मे संलिप्त चौथा व्यक्ति गिरफ्तार

अल्मोड़ा। अल्मोड़ा के जगदीश चंद्र हत्याकांड में आज एक और खुलासा हुआ है। पुलिस ने हत्याकांड मे संलिप्त चौथे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। गहन…

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अल्मोड़ा। अल्मोड़ा के जगदीश चंद्र हत्याकांड में आज एक और खुलासा हुआ है। पुलिस ने हत्याकांड मे संलिप्त चौथे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। गहन जांच के उपरांत 09 सितंबर 2022 को घटना में संलिप्त नरेंद्र सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। बताते चलें कि 2 सितंबर को अल्मोड़ा पुलिस को यह मामला हस्तान्तरित होने पर प्रदीप कुमार राय एसएसपी अल्मोड़ा ने विवेचनाधिकारी सीओ रानीखेत को नियुक्त कर निर्देशित किया कि मामले में गहनता से जांच कर घटना के प्रत्येक बिंदु को बारीकी से जांचा परखा जाए।

पुलिस को जांच के दौरान मामले में संलिप्त 02 अन्य आरोपी मिले जिसमें नन्दन सिंह पुत्र कुंवर सिंह निवासी- नौगांव पो0 कनोली त0 रानीखेत अल्मोड़ा और नरेन्द्र सिंह पुत्र हीरा सिंह नौगांव पो0 कनोली त0 रानीखेत अल्मोड़ा शामिल थे। आरोपी नन्दन सिंह की घटना के अगले दिन अज्ञात कारणों से मृत्यु होना प्रकाश में आया वहीं नरेन्द्र सिंह को दिनाँक- 09/09/2022 को गिरफ्तार कर अभियोग में आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।

बताते चलें कि जगदीश चन्द्र पुत्र केश राम निवासी– पनुवादोखन तहसील सल्ट के द्वारा गीता उर्फ गुड्डी पुत्री जोगा सिंह निवासी– ग्राम बेल्टी तहसील भिक्यासैंण जिला अल्मोडा के साथ अंतरजातीय विवाह किया गया था, जिसके चलते गीता उपरोक्त के परिजनों में काफी रोष व्यापत था। गीता के परिजनों के द्वारा अपने साथी नन्दन सिंह पुत्र कुंवर सिंह व नरेन्द्र सिंह पुत्र हीरा सिंह निवासीगण नौगाँव भनोली तहसील रानीखेत जिला अल्मोडा (उक्त दोनों लोग नदी से रेत निकालकर घोड़ो से रेत ढोने का कार्य करते थे) के साथ मिलकर जगदीश चन्द्र की हत्या का षडयंत्र रचा गया। जिसमें नन्दन सिंह द्वारा जगदीश चन्द्र के कार्य हेतु ग्राम बोली चापड में आने व जगदीश के गाँव से निकलने की रैकी कर सूचना गोविन्द सिंह व उसके परिजनों को दी गयी जिसके पश्चात गोविन्द व जोगा सिंह द्वारा जगदीश चन्द्र को दिनांक 01.09.2022 को अपह्रत किया गया।

जगदीश के अपहरण के पश्चचात गीता की माँ भावना ,भाई गोविन्द सिंह व नन्दन सिंह ओमनी में गीता की तलाश हेतु धारानौला आये, इस दौरान जोगा सिंह व नरेन्द्र सिंह के द्वारा जगदीश को बन्धक बनाकर सैलापानी पुल के पास रखा गया। गीता के न मिलने से रूष्ठ होकर गीता के परिजनों व नन्दन सिंह द्वारा जगदीश की हत्या कर दी गयी व गीता के परिजन गोविन्द , जोगा सिंह व भावना देवी द्वारा जब जगदीश के शव को ठिकाने लगाने हेतु ओमनी वैन संख्या यूके 19 टीए 0389 के माध्यम से ले जाया जा रहा था, पुलिस टीम द्वारा उन्हें रंगे हाथों पकडकर मृतक जगदीश का शव बरामद कर लिया गया।