देहरादून। उत्तराखंड पुलिस एसटीएफ ने डाक्टर (बीएएमएस) की फर्जी डिग्रियां बेचने के मुख्य आरोपी इम्लाख खान को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही अनेक संस्थानों के फर्जी दस्तावेज भी बरामद किए हैं।
बताते चलें कि एसटीएफ ने बीती 10 जनवरी को बीएएमएस की फर्जी डिग्री से प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों के गैंग का खुलासा किया था। पुलिस अभी तक 7 फर्जी डॉक्टरों को ही गिरफ्तार कर पाई, जबकि ऐसे 36 डॉक्टर चिह्नित किए गए हैं।
जानकारी के अनुसार मामले में एसटीएफ ने मुजफ्फरनगर के बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज के चैयरमैन इमरान खान पुत्र इलियास निवासी शेरपुर मुजफ्फरनगर और फर्जी डॉक्टर प्रीतम सिंह और मनीष ओली को गिरफ्तार किया था।
उधर, जांच में पता चला कि फर्जी डिग्री बेचने के साथ भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड में पंजीकरण की पूरी जिम्मेदारी इमरान का 36 वर्षीय भाई इलाख लेता था। आरोपी पर बीते सोमवार को 25 हजार का ईनाम घोषित हुआ था।
सीओ एसटीएफ नरेंद्र पंत ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता में बताया कि अलोपी को गुरुवार को अजमेर से पकड़ लिया गया। गिरफ्तारी से पहले वह छुपने के लिए अजमेर शरीफ भी गया था।