This time the Forest Department will plants 16 lakh saplings in four districts of Kumaon
अल्मोड़ा, 24जून 2020- कुमांऊ के चार जिलों में इस बरसात में वन विभाग 16 लाख पौंधो(plants)का रोपण करेगा.
बरसात के सीजन में वन विभाग के उत्तरीवृत्त के अंतर्गत आने वाले अल्मोड़ा,बागेश्वर,चंपावत व पिथौरागढ़ में विभिन्न योजनाओं के तहत इन पौंधो (plants)का रोपण किया जाएगा.
7 लाख पौधो (plants)का रोपण क्षतिपूर्ति के रूप में किया जाएगा.
वन विभाग हर साल बरसात के सीजन में वनों में पौधरोपण का अभियान चलाता है राज्य बनने के बाद के इन बीस सालों में भी प्रति वर्ष लाखों पौधो (plants)का रोपण किया जाता है.
उसी परंपरा को निभा रहे वन विभाग ने इस साल भी मानसून के दौरान 16 लाख से अधिक पौधे रोपने की योजना बनाई है.
इसमें साढ़े 12 लाख से अधिक पौधे विभाग की नर्सरियों में तैयार हैं तो साढ़े तीन लाख से अधिक पौधे विभाग से बाहर की नर्सरियों से खरीदे जाएंगे.पौधरोपण के लिए विभाग ने अपनी तैयारिया शुरु कर दी है.
वन विभाग के उत्तरी वृत्त के वन संरक्षक प्रवीण कुमार ने बताया कि इस बरसात में क्षतिपूर्ति में 7 लाख, वन पंचायतों में 93 हजार, जायका में 5 लाख, चारागाह विकास में 34500 , ग्रीन इंडिया मिशन में 21400 बहुउद्देशीय वृक्षारोपण में 33750 पौंधो सहित सभी योजनाओं को मिलाकर 16 लाख पौंधो का रोपण किया जायेगा.
कहा कि इसके अल्मोड़ा. पिथौरागढ़. चंपावत और बागेश्वर के अधिकारियों को निर्देश दिये है.
हालांकि स्थानीय लोग केवल पौधरोपण को हरियाली का प्रतीक नहीं मानते हैं लोगों का कहना कि कितने पौधे (plants)लगा रहे हैं यह महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि कितने पौधे जीवित रहते हैं यह जरूरी है.
जिस तरह वन विभाग पौध रोपण की जिम्मेदारी लेता है उसी तरह पौधों (plants)को बचाने की जिम्मेदारी भी उसे उठाना पड़ेगी.
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